November 22, 2024

हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि जीवन में आगे बढऩे के लिए अनुशासन बेहद जरूरी है। महामहिम राज्यपाल आज गांधी मैमोरियल नेशनल कॉलेज, अम्बाला कैंट द्वारा आयोजित 46वां जोनल युवा समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।

दत्तात्रेय ने अपने सम्बोधन में कहा कि जी.एम.एन. कॉलेज, अम्बाला कैंट द्वारा आयोजित तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, युवा एवं सांस्कृतिक मामले विभाग द्वारा प्रायोजित 46वें जोनल युवा समारोह के सफल आयोजन के लिए जी.एम.एन. कॉलेज के समस्त पदाधिकारियों, आयोजको एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अधिकारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जैसा कि मुझे बताया गया है कि गांधी मैमोरियल नेशनल कॉलेज, अम्बाला छावनी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के निधन के बाद उनके नाम से स्थापित की गई भारतवर्ष की पहली शिक्षण संस्थान है, जिसका शिलान्यास उन्नीस सौ अड़तालीस में हुआ था।

यह हम सब के लिए बहुत ही खुशी की बात है कि संस्थान की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में यहां तीन दिवसीय युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे अम्बाला जोन के लगभग बीस से अधिक कॉलेजों के विद्यार्थियों ने लगभग तैतालीस प्रकार की सांस्कृतिक विधाओं में हिस्सा लिया है।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ-साथ यूथ फेस्टिवल जैसे आयोजनों का बहुत महत्व है। इस तरह के आयोजन अपनी भारतीय लोक-कला, संगीत, नृत्य, संस्कृति और परम्पराओं को सनजोकर रखने के साथ-साथ अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होते हैं।

सांस्कृतिक और रचनात्मक गतिविधियां विद्यार्थियों को उत्कृष्टता प्राप्त करने के साथ-साथ उनकी प्रतिभाओं को और निखारने के लिए प्रेरित करती हैं और मन को भी प्रफूलित करती हैं। हरियाणा प्रदेश की महान संस्कृति को सहेजने में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय यूथ फेस्टिवल के माध्यम से अहम भूमिका निभा रहा है तथा देश की भावी पीढिय़ों के लिए सभ्यतागत विरासत का पोषण भी इसके माध्यम से किया जा रहा है।

उन्होने कहा कि जैसा कि उन्हें बताया गया है कि इस कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी आज बहुत बड़े-बड़े पदों पर आसीन है, जिनमे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, फिल्म कलाकार बलराज साहनी, पद्मश्री और अर्जुन सम्मान से अलंकृत श्री गुलशन राय (आई.आर.एस.), कई प्रसिद्ध डाक्टर, आई.ए.एस. अधिकारी, मेजर जनरल, ब्रिगेडियर, बड़े-बड़े इंजीनियर जैसी महान विभूतियां शामिल हैं, जो इस संस्थान में शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं।

राज्यपाल ने कहा कि कॉलेज के शैक्षणिक विकास एवं कल्याण के लिए पूर्व छात्रों का योगदान भी आतुलनीय है। वे समय-समय पर कॉलेज में शिरकत कर विद्यार्थियों को अपने ज्ञान और अनुभव से लाभान्वित करते रहते हैं।

उन्होंने कहा कि यह कॉलेज देश के उन गिने चुने दो प्रतिशत उच्च शिक्षा संस्थानों में से है जिन्हें राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा ‘‘ए प्लस प्लस ग्रेड‘‘ दिया गया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालयों में सर्वाधिक सीजीपीए 3.56 लेने वाला यह पहला कॉलेज है।

आज यह संस्था विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रमों का ज्ञान विद्यार्थियों को दे रही है, जो हमारी प्राचीन परम्पराओं और आधुनिक शिक्षा का समन्वय करते हैं। समाज में आजकल रोजगार उन्मुख एवं मूल्य आधारित पाठ्यक्रमों की जरूरत है, जो पारम्परिक, बहु-विषयक, व्यावसायिक और कौशल आधारित विषयों पर पाठ्यक्रम प्रदान करें, जिससे कि नौकरी की मांगों को पूरा किया जा सके।

जी.एम.एन. कॉलेज द्वारा बीसीए(आर्टिफिशियल इंटैलिजैंस), पीजी डिप्लोमा साईबर सिक्योरिटी, बीएससी नर्सिंग तथा जरनल नर्सिंग मिडवाईफ जैसे पाठ्यक्रमों को शुरु करने का लिया गया निर्णय भी बहुत सराहनीय है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनें।

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