आज अम्बाला छावनी में आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा की अगुवाई में ‘खड्डा-यात्रा थ्री ’ आरंभ की गई। यह ‘खड्डा- यात्रा थ्री’ अम्बाला छावनी के सदर बाजार पर टूटी हुई सड़को के प्रति सरकार को जगाने और सड़कों को दुरुस्त करवाने के लिए निकाली गई।
इस अवसर पर सदर बाजार क्षेत्र की सड़को पर लोगो द्वारा पैदल यात्रा में चलकर गड्ढों में फूल भी डाले गए। यह यात्रा खड्डा- यात्रा अभियान के तहत अम्बाला में निकाली जाने वाली तीसरी यात्रा है।
यह यात्रा अनाज मंडी अम्बाला छावनी से शुरू होकर सब्जी मंडी,सदर बाजार, चुना चौक,नगर परिषद कार्यालय,चौड़ा बाजार से होती हुई सदर बाजार चौक पर समाप्त हुई। यात्रा का अनेको बाजारों में बड़े जोश के साथ स्वागत ही किया गया।
अम्बाला में नए डोमेसटिक एयरपोर्ट का स्वागत करते हुए चित्रा ने स्थानीय नेतृत्व पर कटाक्ष भी किया और कहा की आज इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि अम्बाला छावनी में चलने के लिए सड़के दुरुस्त नहीं है।
आज जहां नए प्रोजेक्ट का उत्सव मनाया जा रहा है,वही पुराने अधूरे, टूटे प्रोजेक्ट और सड़कों से ध्यान हटाए नहीं हटता। नए प्रोजेक्ट के साथ वही पुराने सवाल आज भी जनता के ज़हन में उठ रहे हैं – कि जबसे भाजपा सरकार सत्ता में आई है, एक भी अम्बाला छावनी का प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ।
उसके अनेको उदाहरण है जैसे बैंक स्केयर अधूरा,अग्निशमन विभाग की बिल्डिंग अधूरी,डॉक्टर क्वाटर अधूरे,स्टेडियम अधूरा,शहीदी स्मारक अधूरा,आर्येभट सेंटर अधूरा है कही हमारे अधूरे इतिहास के साथ अब कही ये डोमेस्टिक एयरपोर्ट भी अधर में लटक कर कही अधूरा ना रह जाए।
मुख्यमंत्री महोदय द्वारा नए एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारी में आज रातो रात सड़के बन रही है, उन इलाकों में भी जहां आबादी ही नहीं है। सालों, महीनों से टूटी, अधूरी या नदारद सड़कों से जो लोग दुखी हैं उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आज अम्बाला में जगह जगह पर पैचवर्क होता देखा जा रहा है।
चित्रा ने कहा की सरकार छोटे खड़ो में पैच लगाकर खड्डे तो छुपा सकती है परंतु जहाँ पूरी पूरी सड़के ही नही है वहाँ क्या करेगी? उदाहरण के लिए गीता गोपाल भवन से लेकर हरगोलाल कारखाने के चौक तक सड़क ना के बराबर है, ही अनाज मंडी चौक से लेकर नगर परिषद कार्यालय तक सड़क, ऐसे ही हरगोलाल कारखाने से लेकर एस डी पब्लिक स्कूल के गेट तक सड़क, फुटबाल चौक से लेकर राम बाजार चौक तक भी सड़क पूरी तरह टूटी हुई है अहाता शगुन चन्द के बाहर की सड़क भी सभी छावनी वासियों ने देख रखी है।
बी डी फ्लौर मिल के पीछे की सड़को के हालात भी किसी से छुपे नही है। अनेको ऐसी सड़के है जिस पर बच्चो के स्कूल है माँ-बाप के उन बच्चो को स्कूल से लेना छोड़ना भी इन गड्डो की वजह से एक प्रोजेक्ट बन गया है। अनेको ऐसे उदाहरण है जहाँ सड़को में खड्डे नही खड्डों में सड़क है।