हरियाणा उदय आउटरीच कार्यक्रमों की श्रृंखला में हरियाणा को ड्रग फ्री बनाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संदेश के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों को कवर करते हुए साइक्लोथॉन यात्रा शुक्रवार को अम्बाला पंहुची।
गांव अकालगढ़ में पहुंचने पर एसडीएम बराड़ा बिजेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक राजबीर सिंह बराड़ा, सरपंच अकालगढ़ अजय कुमार, प्रशासन के अन्य अधिकारियों, ग्रामीणों, विभिन्न सामाजिक संगठनों व आमजन ने साइक्लोथॉन का गर्मजोशी से पुष्पवर्षा से स्वागत व उत्साहवर्धन किया।
साइक्लोथॉन को लेकर नागरिकों को जोश व उत्साह पूरे चरम पर रहा और उन्होंने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाते हुए साइकिलिस्ट में जोश भरा। इस मौके पर मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी भूपेश्वर दयाल व लाडवा के पूर्व विधायक डा0 पवन सैनी साईक्लोथॉन यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे। इस अवसर पर जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों ने आमजन को ड्रग फ्री हरियाणा का संदेश देते हुए जागरूक किया।
साईक्लोथॉन यात्रा का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री के विशेष कार्यकारी अधिकारी भूपेश्वर दयाल ने ग्राम पंचायत अकालगढ़ व प्रशासन द्वारा जो उनका अभिनंदन किया गया है, उसके लिये उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा लगभग 1700 किलोमीटर का सफर तय करके आज अकालगढ़ पंहुची है।
पुलिस द्वारा नशे को रोकने के लिये निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। हमें इसके लिये सोशल मुहिम चलाने की आवश्यकता है। हरियाणा प्रदेश खुशहाली वाला प्रदेश है। हमें अपने युवाओं को नशे से दूर रखकर खेलों से जोडऩा है।
उन्होंने कहा कि इस साईकिल यात्रा में तीन बुजुर्ग भी शामिल हैं जिनमे एक बुजुर्ग 75 वर्ष का, एक माता 64 वर्ष की तथा एक अन्य बुजुर्ग भी शामिल है जोकि इस यात्रा में शुरू से ही शामिल होकर युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने बारे प्रेरित कर रहे हैं और हरियाणा नशा मुक्त बने, इस बारे जागरूक करने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने युवा साथियों से आहवान किया कि वे दूध-दही खाएं क्योंकि हरियाणा की पहचान देशों में देश हरियाणा, जित दूध-दही का खाना से है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा को ड्रग फ्री बनाने का संकल्प लिया है जिसे हम सभी को मिलकर पूरा करना है।
इस मौके पर साईक्लोथॉन यात्रा का स्वागत करते हुए एसडीएम बराड़ा बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि साईक्लोथॉन यात्रा में शामिल प्रतिभागी नशे से दूर रहने का जो संदेश दे रहे हैं, उसे हमें आत्मसात करते हुए युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने बारे जागरूक करना है। नशा बहुत खतरनाक है, जो इसकी गिरफ्त में आ जाता है, उसका स्वास्थ्य को खराब होता ही है साथ ही उसके परिवार को भी आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है।