हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि हरियाणा के गुरुकुलों को स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्ध किया जाएगा जो पहले राज्य के विश्वविद्यालयों से संबद्ध था।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में गुरुकुल के छात्रों को सामान्य स्कूल के छात्रों की तर्ज पर उच्च शिक्षा के लिए समान अवसर दिए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द एक नीति का मसौदा तैयार करने के निर्देश दिए है।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बयान जारी करते हुए बताया कि उन्होंने पूरे हरियाणा में चल रहे 25 गुरु कुलों के पदाधिकारियों से मुलाकात कर उनके मुद्दे सुनें। उन्होंने कहा कि हरियाणा भाग्यशाली है कि उसके पास अधिकतम संख्या में गुरुकुल हैं जो छात्रों को शिक्षा प्रदान करने की पारंपरिक (संस्कृत) पद्धति का पालन करते हैं।
बैठक में अधिकारियों ने स्कूल शिक्षा मंत्री के समक्ष विभिन्न मांगें रखीं और कई मुद्दे उठाए, जिस पर उन्होंने जल्द से जल्द समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि 2003 से पहले स्थापित गुरुकुलों को जल्द से जल्द एमआईएस पोर्टल के माध्यम से यू-डाइस कोड के साथ एकीकृत किया जाना चाहिए।
उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे सोमवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक तय करें और ऐसे सभी लंबित मुद्दों का समाधान करें।
बैठक के दौरान अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराया कि अब तक हरियाणा के स्कूलों ने माई ट्री-माई माक्र्स योजना के तहत वृक्षारोपण का 95 प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने अक्टूबर के पहले सप्ताह तक लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को स्कूल संचालन की वर्तमान मांगों को पूरा करने के लिए समेकित बाल कल्याण कोष के मानदंडों को संशोधित करने का निर्देश दिया।
स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने अधिकारियों को किताबों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि कक्षा पहली से 8वीं तक के नए विद्यार्थी किताबों के पूरे सेट के साथ स्कूल के पहले दिन कक्षाओं में प्रवेश करें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।