बिहार में मोतीहारी की सपना ने पुलिस को बताया कि मेरे माता पिता उसके बचपन में ही गुजर गए थे। उसके मामा ने उसकी शादी युपी के दुधायु के राहुल से की थी। पहला पति राहुल उससे हमेशा मारपीट करता रहता था। उसे राहुल से चार बच्चे पैदा हुए। जिनमें दो लडक़ी चांदनी 5 साल व उससे छोटी तीन साल की शबनम, दो साल का बेटा कृष्णा एक साल का बेटा छोटू थे।
छह माह पहले अपने पति राहुल के साथ रहने के लिए लुधियाना पंजाब आ गई थी। राहुल मजदूरी करता था। राहुल उसे छोडक़र अपनी भाभी के साथ रहने लग गया था। कुछ दिन वह अकेली किराये पर रही थी और उसके बाद अपने बच्चों का पेट पालने के लिए लुधियाना रेलवे स्टेशन पर भीख मांगकर जीवन यापन करने लगी।
करीब दो माह पहले लुधियाना रेलवे स्टेशन पर एक औरत से खाना मांगा। उस औरत ने कहा कि मेरी लङकी का लङका विक्की निवासी गांव बङौता अविवाहित है। वह उससे शादी करवा देगी। वह बच्चों के साथ बड़ौता आई और विक्की से शादी कर ली। विक्की का छोटा भाई पवन अविवाहित था और उससे प्यार करता था।
जब उसका छोटा बेटा छोटू रोने लगता तो पवन गुस्से में कहता था कि मैं किसी न किसी दिन इसे मार कर फेंक दूंगा। शनिवार दोपहर को उसे छोटू को सास के कमरे में सुला दिया। कुछ देर बार वह नहीं मिला। उसे पवन पर छोटू को मारकर फेंकने का शक हुआ और पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके बच्चे की तलाश शुरू की।
गांव बड़ौता में कालेज के निकट धान के खेत से शव बरामद किया। सदर थाना के जांच अधिकारी कहा कि बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने आरोपी चाचा को भी गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू की है।