हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि “प्रदेश में किसी भी तरह की गुंडागर्दी व दंबगई बर्दाशत नहीं की जाएगी, गुंडागर्दी करने वाले या गुंडागर्दी छोड़ दो, या मेरा हरियाणा छोड़ दो, पुलिस गुंडों को चैन से रहने नहीं देगी और पुलिस को मैनें खुली छूट दे रखी है”।
श्री विज गुरुवार दोपहर अम्बाला छावनी में खुखरैन भवन के साथ 1.32 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली पुलिस चौकी हाउसिंग बोर्ड के निर्माण कार्य का शिलान्यास करने के उपरांत जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमने हमेशा विकास की राजनीति की है, कभी भी धर्म व जाति की राजनीति नहीं की है, उनका घोषणा पत्र एक लाईन का है, “काम किया था काम करेंगे” उसके आधार पर वह काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छावनी में मार्डन पुलिस चौकी बनेगी जिससे लोगों के साथ-साथ पुलिस को भी यहां पर मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया जिस स्थान पर नई पुलिस चौकी बन रही है वहां पहले सारे शहर की गंदगी डाली जाती थी। पास ही सुभाष पार्क की जगह पर भी पहले गंदगी के ढेर होते थे। मगर आज यहां सभी सुविधाओं से युक्त पार्क बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जहां पहले गंदगी हो और सुधार कर सुंदर पार्क बना दिया गया हो ऐसे स्थानों को लेकर केंद्र सरकार द्वारा प्रविष्टियां मांगी गई थी। श्री विज ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि सारे हरियाणा से केवल नेता जी सुभाष चंद्र बोस पार्क की ही स्तुति की गई है।
वहीं, कार्यक्रम में पहुंचने पर पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन हरियाणा के एमडी डा. आरसी मिश्रा व अम्बाला रेंस के आईजी शिबास कबिराज ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ देकर उनका अभिन्नदन किया। इससे पहले पुलिस की टुकड़ी ने मुख्यअतिथि को गार्ड ऑफ आनर दिया।
कई पुलिस थाने व चौकियों का होगा निर्माण, 70 सालों से किसी ने नहीं ली थी सुध : गृह मंत्री अनिल विज
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पिछले 70 सालों में अम्बाला छावनी में पुलिस के लिए एक भी ईंट नहीं रखी गई। वर्तमान भाजपा सरकार पुलिस क्षेत्र में निरंतर सुधार के दृष्टिगत कार्य कर रही है। इसी कड़ी में आज हाउसिंग बोर्ड चौकी का शिलान्यास शामिल है। जल्द ही बीसी बाजार में जो रैजिमेंट चौकी व महेशनगर थाने का निर्माण किया जाएगा। पड़ाव थाना व पंजोखरा थाने के लिए भी नई जगह देखी गई है जहां यह थाने शिफ्ट होंगे। उन्होंने कहा थाना क्षेत्रों की सीमाओं में बदलाव की भी प्रक्रिया चल रही है और जरूरत पड़ी तो नए थाने भी बनाए जा सकते हैं।