हरियाणा/भव्या नारंग: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक इंडस्ट्रियल सेक्टर में कम से कम एक फायर स्टेशन अवश्य बनाया जाएगा। हालांकि पानीपत में एक फायर स्टेशन पहले से है , फिर भी वहां इंडस्ट्रियल जरूरतों को देखते हुए एक और फायर स्टेशन स्थापित किया जाएगा। इनके अलावा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में भी फायर स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने यह जानकारी आज यहां “अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं “, गृह विभाग ,उद्योग एवं वाणिज्य विभाग तथा ” हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ” विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद दी।
दुष्यंत चौटाला को बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में प्रदेश में 109 सरकारी तथा 34 प्राइवेट फायर स्टेशन हैं जिनमे आग बुझाने वाली कुल 607 गाड़ी और 102 मोटरसाइकिल हैं। इनके अलावा डिप्टी सीएम के अनुरोध पर हीरो कंपनी द्वारा 100 मोटरसाइकिल सीएसआर फंड के तहत जाएंगे , इन मोटरसाइकिलों की मदद से भीड़ -भाड़ वाली गलियों एवं रास्तों तक पहुँच कर आग पर काबू पाने में सहायता मिल सकेगी।
डिप्टी सीएम ने कहा कि फायर स्टेशन को ऐसी जगह स्थापित किया जाना चाहिए जहाँ से ग्रामीण क्षेत्र में फसलों में लगने वाली आग को बुझाने के लिए अग्निशमक गाड़ियों को पहुँचने में परेशानी न हो।
उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक धुरी कृषि और उद्योग-धंधे होते हैं , इसलिए दोनों को ही अग्नि जैसी घटनाओं से बचाना जरूरी होता है। उन्होंने राज्य के प्रत्येक इंडस्ट्रियल सेक्टर कम से कम एक फायर स्टेशन स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए मैपिंग करके प्रथम चरण में खरखौदा,सोहना तथा साहा की आईएमटी में फायर स्टेशन स्थापित करने के निर्देश देते हुए कहा 5 लाख से ज्यादा आबादी वाले सभी शहरों में फायर स्टेशन लगाए जाएं। उन्होंने पानीपत में उद्योगों की अधिकता को देखते हुए पहले स्थापित फायर स्टेशन के अतिरिक्त एक अन्य फायर स्टेशन स्थापित करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त विकास गुप्ता, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बाला जी जोशी, एचएसआईआईडीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर यश गर्ग, गृह विभाग -1 के विशेष सचिव महावीर कौशिक, “अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं ” विभाग के निदेशक यशपाल के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।