चंडीगढ़/समृद्धि पराशर: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि “ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर रेलवे (ईडीएफसी) रेलवे परियोजना ” को निर्धारित अवधि में पूरा किया जाए। यह रेलवे परियोजना हरियाणा में अम्बाला जिला के पास शंभू गांव से लेकर यमुनानगर जिला के गांव कलानौर तक पड़ती है और इस पर करीब 2000 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
उक्त परियोजना की समीक्षा को लेकर आज बैठक आयोजित की गई थी जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव संजीव कौशल ने की।
बैठक में अवगत करवाया गया कि “ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) रेल लाइन” हरियाणा से होकर गुजरती है, जो अंबाला शहर से कलानौर तक है। इस रेल मार्ग पर हरियाणा में सात स्टेशन (यमुनानगर जिले में कलानौर स्टेशन, जगाधरी स्टेशन और दारज़पुर स्टेशन, साथ ही अंबाला जिले में बराड़ा स्टेशन, केसरी स्टेशन, दुखेड़ी स्टेशन और अंबाला स्टेशन ) पड़ेंगे जिनसे माल की ढुलाई करने में प्रदेश को सुविधा होगी।
बैठक के दौरान बताया गया कि रेलवे ट्रैक बिछाने का काम सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है, जबकि बिजली लाइनों और सिग्नल सिस्टम की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। अधिकारियों ने मुख्य सचिव को विश्वास दिलाया कि अगस्त माह तक ईडीएफसी रेल मार्ग पर निर्बाध कनेक्टिविटी और कुशल परिवहन सुनिश्चित कर दिया जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से जहां हरियाणा को व्यापार और बिजनेस करने में सुविधा होगी वहीं इससे देशभर में सामान को लाने ले जाने में लाभ होगा। इससे क्षेत्र की समग्र आर्थिक वृद्धि होगी और विकास होगा।
इस अवसर पर बैठक में डीएफसीसीआईएल, नई दिल्ली के परियोजना निदेशक पंकज सक्सेना, अंबाला के मुख्य महाप्रबंधक पंकज गुप्ता के अलावा राज्य सरकार एवं रेल मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।