सीधी पेशाब कांड पीड़ित आदिवासी युवक और उसका परिवार गुरुवार को सीएम शिवराज से मिलने CM हाउस पहुंचा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासी दशमत का हाथ पकड़कर उसे भीतर ले गए। कुर्सी पर बैठाया। पांव धोए, आरती उतारी और तिलक लगाया।
शॉल ओढ़ाकर शिवराज ने उसका सम्मान किया। उन्होंने कहा, “इस घटना से दुखी हूं। मैं आपसे माफी मांगता हूं। आप जैसे लोग मेरे लिए भगवान जैसे हैं।”
इस घटना के सामने आने के बाद शिवराज ने कहा था- आरोपी को ऐसी सजा मिले, जो मिसाल बन जाए।
कार्रवाई के बाद ट्वीट किया था- एनएसए लगाया, बुलडोजर भी चलाया। जरूरत पड़ी तो अपराधियों जमीन में गाड़ देंगे।
आरोपी प्रवेश शुक्ला को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया था। उस पर एनएसए लगाया गया है। अभी वह जेल में है।
दशमत को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुदामा कहा। बोले- दशमत तुम अब मेरे दोस्त हो। CM ने दशमत से कई विषय पर चर्चा की।
पूछा- क्या करते हो? घर चलाने के क्या साधन हैं? कौन सी योजनाओं का लाभ मिल रहा है? यह भी पूछा कि बेटी को लक्ष्मी और पत्नी को लाड़ली बहना योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं।
CM ने कहा- बेटी को पढ़ाना, बेटियां आगे बढ़ रही हैं।