चंडीगढ़/समृद्धि पराशर: हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली की अध्यक्षता में वीरवार को भिवानी में जिला विकास एवं निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई जिसमे उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास के लिए जारी की जाने वाली धनराशि सही ढंग से प्रयोग होनी चाहिए। विकास कार्यों में निर्माण सामग्री सही गुणवत्तापूर्वक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों के लिए धन राशि जारी की जाती है, उनको निर्धारित समयावधि में ही शुरु करवाया जाए।
विकास एवं पंचायत मंत्री बबली ने कहा कि विकास कार्यों के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नही है। गांवों का विकास ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषद पर निर्भर करता है। सरकार द्वारा इनको विकास कार्य करवाने के लिए अधिकार दिए हैं। विकास के लिए ग्राम पंचायत, पंचायती समिति व जिला परिषद के माध्यम से प्रस्ताव आते हैं और उनके आधार पर सरकार द्वारा धन राशि जारी की जाती है। ऐसे में अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वे विकास कार्यों के लिए उचित माध्यम से प्रस्ताव-डिमांड लेकर ही कार्य करवाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि विकास कार्य चुने हुए प्रतिनिधियों की देखरेख में संपन्न होने चाहिए ताकि उनकी संतुष्टि हो सके।
विकास एवं पंचायत मंत्री बबली ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जो राशि जिन कार्यों के लिए जारी की जाती है, उनको उसी कार्य में निर्धारित समय में पूरा करवाएं। निर्धारित समयावधि में कार्य शुरु नहीं किए गए विकास कार्यों की जांच करवाई जाएगी ताकि पता चल सके कि पैसा मंजूर होने के बाद भी विकास कार्य क्यों शुरु नहीं करवाए गए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में किसी भी स्तर पर देरी नहीं होनी चाहिए। यदि कोई कार्य नोट फिजीबल है तो उसकी रिपोर्ट भिजवाई जाए। अधिकारी मौके पर जाकर वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी लें।