केंद्र सरकार के दो हजार का नोट वापस लिए जाने पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल मे स्वागत किया है। शिक्षा मंत्री कंवरपाल का कहना है कि जिस प्रकार नोटबंदी के फैसले को विपक्ष द्वारा गलत करार दिया था ठीक उसी प्रकार 2000 के नोट वापसी लेने के फैसले को लेकर विपक्षी दल जनता को गुमराह कर रहे हैं जबकि जनता को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है तथा वह 30 सितंबर तक किसी भी समय कितनी भी राशि में नोट बदली कर सकते हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नोटबंदी को कर्ज करार देने वाले विपक्षी नेताओं को नहीं पता कि पाकिस्तान की बर्बादी और कंगाली का कारण नोटबंदी है यदि नोटबंदी ना होती तो आज पाकिस्तान की है हालत ना हुई होती।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा चलाए जा रहे जनसंवाद कार्यक्रम की लोकप्रियता से घबराकर विपक्षी दल अफवाह फैला रहे हैं तथा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में गड़बड़ी व अफरा-तफरी करने की घटनाएं विपक्षी नेताओं के इशारे पर हो रही है शिक्षा मंत्री ने कहा कि इतनी भीड़ जो विपक्षी दलों के नेताओं की रैलियों में नहीं उमडी जितनी मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रमों में उमड रही है।