पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक श्री मोहित हाण्डा के मार्गदर्शन में जिला पुलिस द्वारा विशेष जागरुक अभियान चलाकर लोगो को साईबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया जा रहा है।
जो इस अभियान के तहत पुलिस द्वारा शहरी/ग्रामीण क्षेत्र तथा स्कूल, कॉलेज इत्यादि में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे है और लोगो को नये तकनीकी के बारें जागरुक किया जा रहा है कि किस प्रकार से साइबर क्रिमनल नये -2 तरीके अपनाकर लोगो को बेवकूफ बनाकर धोखाधडी करते है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया की आजकल साइबर ठग किसी परिचित जानकर की फर्जी प्रोफाइल लगाकर फर्जी व्हाट्सएप नंबर से उधार पैसे की मांग करके ठगी को अंजाम दें रहे है। साइबर अपराधी इंटरनेट की दुनिया में सक्रिय रहते हैं। वे लगातार नए मौकों की तलाश में रहते हैं।
व्हाट्सएप के जरिए कई बार व्हाट्सएप पर आपके परिचित की तस्वीर लगा कर ,साइबर अपराधी आपको मैसेज भेजते हैं और यह बताते हैं कि वह किसी जरूरी मीटिंग में है और कुछ पैसे की जरूरत है। क्योंकि वह मीटिंग में बात नहीं कर पाएंगे।
इसलिए उनके अकाउंट में ही में पैसे डाल दें। इस दौरान वे यह भी बताते हैं कि यह नंबर भी उन्हीं का है। चूँकि प्रोफाइल फोटो में आपके परिचित की तस्वीर रहती है तो आप आनन-फानन में पैसे डाल देते हैं।
अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आप ठगी से बच सकते हैं।
1.आपके किसी परिचित का प्रोफाइल फोटो लगाकर अगर आपसे कोई पैसे की डिमांड करता है तो आप तुरंत सतर्क हो जाइए क्योंकि कोई भी व्यक्ति संकट के समय मैसेज भेज कर मदद नहीं मांगेगा।
2. व्हाट्सएप के सेटिंग में कई सुरक्षा की प्रणालियां है उन सभी को गौर से पढ़ें और उन्हीं सभी सेटिंग को अपने व्हाट्सएप ऐप में लागू करें।
3.व्हाट्सएप पर अपने प्रोफाइल फोटो को सुरक्षित करके रखें ताकि उसे कोई चुरा ना सके या फिर जो लोग आपके फोन लिस्ट में हैं वही सिर्फ आपका प्रोफाइल फोटो देख सकें।
4.अगर आपका व्हाट्सएप अकाउंट हैक हुआ है तो आपको तुरंत ही अपना व्हाट्सएप रिसेट करना है। इसके बाद आपको व्हाट्सएप में दोबारा पहले जैसे ही लॉगिन करना पड़ेगा। उसके बाद आपके अकाउंट पर ओटीपी आएगा और अपराधी द्वारा हैक किया हुआ अकाउंट लॉग आउट हो जाएगा। यह आपको जल्द से जल्द करना है। सबसे पहले आपको यह ध्यान रखना है कि वॉट्सऐप बिना आपकी अनुमति कोई भी ओटीपी नहीं भेजता है। अगर ऐसा कोई भी ओटीपी आता है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
5.व्हाट्सएप पर जालसाज आपके करीबी बनकर ही आपसे लूट कर सकते हैं।अगर आपसे कोई भी करीबी बनकर मदद मांग रहा है तो सबसे पहले उसे कॉल कीजिए और किसी ओटीपी की जानकारी नहीं दीजिए। इसके अलावा आपको सेफ्टी को बढ़ाने के लिए व्हाट्सएप में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन विकल्प भी ऑन करना चाहिए। ऐसे में क्या होगा कि हैकर्स या किसी को भी आपके व्हाट्सएप को दूसरी डिवाइस में चलाने से पहले ओटीपी के अलावा एक और कोड की आवश्यकता पड़ेगी।
किसी भी प्रकार की वित्तीय या ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा अपनी शिकायत साइबर क्राइम थाना या आपके संबंधित थाने में स्थापित साईबर हेल्पडेस्क पर शिकायत दे।