पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा के निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए थाना प्रताप नगर पुलिस टीम ने होटल संचालक अनिल कुमार से सात लाख रुपये लूटने के आरोपी डायल 112 के पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
डायल 112 पर तैनात आरोपी एसपीओ मनजीत सिंह,जसबीर सिंह व ईएसआइ रामभूल हैं। इनके खिलाफ डकैती का केस दर्ज किया गया। इन आरोपियों के अन्य साथी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लूटी हुई रकम बरामद कर वापस की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों एसपीओ को बर्खास्त कर दिया है। ईएसआइ रामभूल को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। तीनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
थाना प्रबंधक प्रतापनगर राकेश कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब की शिव कालोनी निवासी अनिल कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई की उसका पांवटा साहिब में कालेज व होटल है। 27 अप्रैल को उन्होंने कालेज के खाते से पांच लाख रुपये निकलवाए और 29 मार्च को दो लाख रुपये अपने खाते से निकलवाए। यह सात लाख रुपये लेकर वह कालेज के लिए फर्नीचर लेने निकला था।
जब वह प्रतापनगर से निकलकर यमुनानगर की ओर पहुंचा। तभी एक युवक ने हाथ देकर उसकी गाड़ी रूकवाई। युवक ने उससे जगाधरी जाने के लिए लिफ्ट मांगी। उसे विद्यार्थी समझकर गाड़ी में बिठा लिया। कुछ दूर चलने पर उस युवक ने बैग से लैपटाप निकाला और कुछ काम करने लगा। आरोपी युवक ने उसे कहा कि नैट नहीं चल रहा है। इसलिए गाड़ी रोक दो। जैसे ही अनिल ने गाड़ी को साइड में लगाया।
तभी उस युवक ने फोन किया और पीछे से डायल 112 गाड़ी आकर उनके पास रूकी। जिसमें तीन पुलिसकर्मी वर्दी में थे और एक सिविल में था। यह पुलिसकर्मी अनिल को धमकाने लगे और उसकी गाड़ी से चाबी निकाल ली। आरोपी पुलिसकर्मियों ने गाड़ी की तलाशी ली और बैग से सात लाख रुपये व दो ब्लैंक चेक उठा लिए।
इसके बाद आरोपी उसे वहीं रूकने के लिए कहकर डायल 112 की गाड़ी में चले गए। तभी वहां से गुजर रहे राहगीर से अनिल ने मदद मांगी और थाना छछरौली प्रभारी के सरकारी नंबर पर काल कर इस बारे में जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक नें अधिकारियों वा कर्मचारियों को निर्देश दिए कि हरियाणा सरकार द्वारा भृष्टाचार के विरुद्व जीरो टालरेंस नीति दृढ़तापूर्वक लागू करके तथा भृष्टाचार को जड से खत्म से करनें हेतु भृष्टाचार में किसी भी प्रकार की शिकायत में पाया जानें पर किसी भी कर्मचारी को बख्शा नही जायेगा। उन्होंने कहा कि भृष्टाचार में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता पाया जानें पर सख्त से सख्त नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।