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लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पुष्कर ने आज प्रतिष्ठित खरगा कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में पदभार संभाला। वे एक बख्तरबंद कोर अधिकारी हैं, जिन्हें ऑपरेशनल और नॉन ऑपरेशनल दोनों क्षेत्रों में कमांड, स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल नियुक्तियों में व्यापक अनुभव है। खरगा कोर से पहले, जनरल ऑफिसर ने एक ऑपरेशनल एरिया में एक बख्तरबंद रेजिमेंट, एक रणनीतिक स्वतंत्र बख्तरबंद ब्रिगेड और देश के पश्चिमी क्षेत्र में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान भी संभाली है। अपने 35 वर्षों से अधिक के सैन्य करियर में, उन्हें भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल, भूटान और रक्षा और सैन्य क्षेत्रों में सक्रिय रहे , भारतीय दूतावास, मास्को में आर्मेनिया और बेलारूस से मान्यता के साथ सेवा करने का भी गौरव प्राप्त है। जनरल ऑफिसर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, सिकंदराबाद और नेशनल डिफेंस कॉलेज ऑफ इंडिया, नई दिल्ली से स्नातक हैं। खरगा कोर की कमान संभालने से पहले जनरल ऑफिसर रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय में महानिदेशक प्रादेशिक सेना की नियुक्ति पर कार्यरत थे। खरगा कोर की कमान संभालने के बाद उन्होंने खरगा कोर युद्ध स्मारक “विजय स्मारक” का दौरा किया और कोर के उन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने कर्तव्य की राह पर सर्वोच्च बलिदान दिया और सभी रैंकों को जोश और उत्साह के साथ निस्वार्थ सेवा जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
जनरल देवेंद्र शर्मा मेयो कॉलेज, अजमेर, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र हैं। जनरल ऑफिसर प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ के प्राप्तकर्ता हैं और उन्हें 19 दिसंबर 1987 को ‘द सिंध हॉर्स’ में कमीशन मिला था। लगभग चार दशकों के शानदार करियर में जनरल ने विभिन्न संवेदनशील ऑपरेशनल क्षेत्रों, आतंकवाद विरोधी माहौल और उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में महत्वपूर्ण कमान नियुक्तियों को संभाला है। उन्होंने ‘द सिंध हॉर्स’ को कमांड किया, स्ट्राइक कोर के हिस्से के रूप में एक आर्मड ब्रिगेड, और पश्चिमी मोर्चे पर एक इन्फैंट्री डिवीजन और एक कोर को भी कमांड किया। जीओसी-इन-सी आरट्रैक का पदभार संभालने से पहले जनरल पश्चिमी कमान के मुख्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ थे। उनके स्टाफ अनुभवों में ऑपरेशन्स और प्रशासनिक दोनों क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण कार्य शामिल हैं। अपनी सेवा के दौरान, जनरल एनडीए में प्रशिक्षक रहे हैं, और इम्ट्राट, भूटान में ऑपरेशन्स के स्टाफ ऑफिसर के रूप में एवं कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन के मुख्य सैन्य कार्मिक अधिकारी के रूप में तैनात रहें हैं। जनरल ने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, उच्च रक्षा प्रबंधन कोर्स और लोक प्रशासन में उन्नत व्यावसायिक कार्यक्रम जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित कोर्सेज किये हैं। राष्ट्र के प्रति उनके अनुकरणीय नेतृत्व और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए, जनरल को 2022 में अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया । उन्होंने काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस में ऑपरेशन रक्षक में इन्फैंट्री डिवीजन के साथ काम किया, जहां उन्हें वीरता के लिए सेना मेडल अवार्ड से सम्मानित किया गया और उनको सेंट्रल आर्मी कमांडर के प्रशस्ति पत्र एवं संयुक्त राष्ट्र फोर्स कमांडर के प्रशंसा पत्र से भी सम्मानित किया गया है। कमान संभालने पर, जनरल ऑफिसर ने सेना प्रशिक्षण कमान के सभी रैंकों, वीर नारियों, पूर्व सैनिकों और सिविल डिफेन्स स्टाफ के साथ-साथ उनके परिवारों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
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