एमडीयू में महर्षि दयानंद सरस्वती की द्विशताब्दी समारोह में बड़ी चूक सामने आई। गुपचुप तरीके से आम आदमी पार्टी की छात्र विंग के सदस्य बड़े पोस्टर लेकर टैगोर सभागार में पहुंच गए और सुरक्षा कर्मियों को इसका पता भी नहीं चल पाया।
जैसे ही सीएम मनोहर लाल का भाषण शुरू हुआ तो दर्शक दीर्घा के बीच से नारे लगने लगे। इसे सुनते ही सीएम बोले- शुभारंभ में ही इस तरह का विषय आ जाए तो शगुन अच्छा होता है। मगर छात्राएं नारेबाजी करती रहीं।
इसके बाद सीएम ने पुलिस कर्मियों को इन्हें बाहर ले जाने के लिए कहा। पुलिस कर्मी छात्र दीपक धनखड़ को पकड़कर उसका मुंह बंदकर बाहर ले गए।
वहीं महिला पुलिस कर्मी छात्राओं को भी बाहर ले गए। इसके बाद कार्यक्रम में भाषण दे रहे सीएम मनोहर लाल विचलित भी हो गए और उनके भाषण में काफी गलतियां भी सुनने को मिली। शब्दों का तालमेल बिगड़ गया।