पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा के निर्देशानुसार जिला पुलिस की विभिन्न टीमों द्वारा आमजन को साइबर से होने वाले ठगी के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में आज थाना साइबर क्राइम के इंचार्ज निरीक्षक नसीब सिंह ने राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर में चल रहे आपदा प्रबंधन के 12 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दौरान कॉलेज छात्रों को साइबर क्राईम के बारे में जानकारी दी और उनसे बचने के उपाय भी बताए। इस मौके पर श्री जितेन्द्र सिंह, प्रोजेक्ट आफिसर, उपायुक्त कार्यालय यमुना नगर और कॉलेज के कर्मचारी थाना साइबर क्राइम टीम के सदस्य शामिल रहे।
निरीक्षक नसीब सिंह ने बताया कि जिला पुलिस विभिन्न-2 स्थानों पर आमजन को साइबर अपराध के प्रति जागरुक करने का काम कर रही हैं। इसी क्रम में थाना साइबर क्राइम ने राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर में साइबर जागरूकता अभियान चलाया और मौजूद छात्र-छात्राओं व महाविद्यालय स्टाफ से कहा कि साइबर धोखाधड़ी के प्रति सजग रहना है। कोई व्यक्ति ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदारी करता है।
ऐसे में साइबर अपराधियों की नजर आपके वालेट पर हो सकती है, इसलिए सावधान रहें। किसी भी अंजान काल पर भरोसा करके अपने खाते की डिटेल साझा न करें। साइबर अपराधी रिश्तेदार बनकर काल करते है, और खाते में रकम ट्रांसफर करने का झांसा देकर रिक्वेस्ट मनी का लिंक भेजते हैं। इस पर क्लिक करते ही खाते से रकम निकल जाती है। किसी भी प्रकार के लोभ-लालच में फंसने से आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।
अनजान व्यक्ति के कहने पर किसी भी एप्लिकेशन जैसे क्विक सपोर्ट, एनी डेस्क टीम व्यूवर को इन्स्टॉल ना करें। इससे फोन या कंप्यूटर हैक हो सकता है। अनजान नंबर से आए लिंक को कभी क्लिक ना करें, रजिस्ट्रेशन अथवा अकाउंट टेस्ट करने के नाम से 10 रुपए की राशि ट्रांसफर कर दिजिए इस तरह की बातें ठग करते हैं । अनजान नंबर की वीडियो कॉल ना उठाएं फोन उठाते ही आप ब्लैक मेलिंग के शिकार हो सकते हैं।
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचें। क्यूयार कोड स्कैन भेजकर रुपए देने की बात कही जाती है, जबकि इससे पेमेंट आपके खाते से कटकर कोड वाले खाते में चली जाएगी। गूगल पर कस्टमर केयर पर नंबर सर्च करते वक्त सावधानी बरतें कस्टमर केयर नंबर के लिए हमेशा संबंधित कंपनी की वेबसाइट पर ही जाएं। ओएलएक्स जैसी वेबसाइट पर आर्मी मैन, सीआरपीएफ, बीएसएफ फोर्स से जुड़ा हुआ व्यक्ति बताकर लोग सामान बेचने की बात कहकर ठगी करते हैं।
किसी भी तरह के साइबर फ्रॉड से पीड़ित होने पर तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930, साइबर क्राइम पोर्टल https://cybercrime.gov.in और नजदीकी पुलिस थाना में सूचना दें।