पूर्व केन्द्रीय मंत्री भाजपा सांसद रतन लाल कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने लोकसभा में नियम 377 के तहत आजादी के 75 वें अमृत-महोत्सव रोजगार सृजन के लिए रोजगार मंत्री से मांग की। सांसद कटारिया ने कहा कि भारतवर्ष में एक स्वावलंबी भारत अभियान चलाया जाए जिसके अंतर्गत रोजगार सृजन हेतु त्रिस्तरीय योजना बनाई जाए, प्रथम स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के प्रयत्नों को प्रोत्साहन व सहयोग दिया जाए, दूसरा जिला रोजगार सृजन की स्थापना की जाए, तीसरा मानसिकता परिवर्तन हेतु उधमिता पर देशव्यापी जनजागरण अभियान चलाया जाए और इसमें आर्थिक, सामाजिक व क्षेत्रीय संगठनों की पहल हो।
पीएम नरेंद्र मोदी भारत के युवाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं, कि वह जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर बने। सरकार की मजबूत आर्थिक नीतियां सालाना रोजगार के लाखों नए अवसर पैदा कर रही हैं, यही कारण है कि वर्ष 2021-22 में 420 बिलियन डॉलर का निर्यात हुआ, 1.34 लाख युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित किया गया ताकि देश में रोजगार के नए अवसर बढ़े। उन्होंने बताया कि आज भारत में प्रतिदिन 600 कंपनियों का पंजीकरण हो रहा है और 100 यूनिकॉर्न कंपनियां भारत में बन चुकी हैं और 70 हजार से ऊपर स्टार्टअप शुरू हो चुके हैं।
भारत को 2030 तक पूर्ण रोजगार युक्त देश बनाने के लिए और 2030 तक 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए भारत का रोजगार के क्षेत्र में अग्रिणी पंक्ति में होना आवश्यक हैं। इसी सदन ने केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधयेक 2022 को पास किया हैं जिसके माध्यम से परिवहन के क्षेत्र में लगातार विकास व अनुसंधान हेतु युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के नये अवसर पैदा किए जा सके। मैं माननीय अध्यक्ष महोदय से मांग करता हूं कि भारत के इस महान सदन को इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान करना चाहिए।