जनता दरबार में पानीपत से आए ट्रैफिक हेडकांस्टेबल ने पुलिस टीम पर ही उससे मारपीट के आरोप लगाए। उसका आरोप था कि उसने एनएच-1 पुलिस टीम को पैसे लेते हुए देखा था और इससे खफा हुए टीम के एएसआई और अन्य स्टाफ ने उसके खिलाफ मारपीट की और उसे धमकियां भी दी। उसने बताया कि मामले में स्थानीय पुलिस अधिकारियों को शिकायत भी की, मगर किसी ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामले की जांच के लिए पानीपत को छोड़ अन्य जिले की एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए।
गैंगरेप मामले में नूंह एसपी को गृह मंत्री विज की सख्त हिदायत “चाहे देश के किसी कोने में छिपे हो अपराधी, उन्हें गिरफ्तार करो”
नूंह जिला से आए फरियादी ने बताया कि उसकी लड़की के अपहरण के बाद आरोपियों ने उससे गैंगरेप किया। उसका आरोप था कि पुलिस द्वारा अब तक मामले में नामजद केवल एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। गृह मंत्री ने तुरंत नूंह एसपी को फोन कर सख्त हिदायतें दी और कहा कि अपराधी चाहे देश के किसी भी कोने में क्यों न छिपे हों उन्हें पुलिस गिरफ्तार कर पीड़ित को न्याय दिलाया जाए।
रक्षा मंत्रालय में तैनात फौजी से 1.22 करोड़ की धोखाधड़ी, मंत्री अनिल विज ने एसआईटी गठित कर पुलिस जांच के निर्देश दिए
भिवानी निवासी एवं रक्षा मंत्रालय में तैनात फौजी ने गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत देते हुए बताया कि उसने गाड़ी की एजेंसी के लिए अपने रिश्तेदार को बैंक से लोन लेकर 1.22 करोड रुपए की राशि दी थी। अब उसका रिश्तेदार यह राशि उसे वापस नहीं लौटा रहा है जबकि बैंक में लोन खड़ा है। इस मामले में उसे भिवानी पुलिस को कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक उसका मामला भी दर्ज नहीं किया जा रहा है। इस मामले में मंत्री विज ने एसआईटी गठित कर पुन: जांच के निर्देश दिए।