रोडवेज के कंडक्टरों के लिए राहत की खबर है कि अब उन्हें झोला और पंचिंग मशीन के साथ जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी। अब जिले की बसों में ई-टिकटिंग प्रणाली शुरू होने जा रहा है। इससे पहले परिचालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कई डिपो में ई टिकटिंग मशीनों से टिकट शुरू हो चुकी हैं। फिलहाल ये ट्रायल बेस ही काम कर रही है। कैथल में भी अगले महीने तक तीन दर्जन से अधिक मशीनें पहुंचने की उम्मीद है।
बता दें कि प्राइवेट बसों में कंडक्टर लंबे समय से ई-टिकटिंग मशीन का प्रयोग कर रहे हैं। लेकिन अब परिवहन विभाग की बसों के कंडक्टरों के हाथ में भी ई-टिकटिंग मशीन होगी। इसकी तैयारियां आरंभ हो गई है।
डिपो से ट्रैफिक मैनेजर सहित अन्य कर्मचारी मुख्यालय बुलाए गए हैं। यहां अधिकारियों के समक्ष अपने रूट व किराया संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। जानकारी को वेरिफाई करने के बाद मशीन में डाला जाएगा।