भारतीय सिनेमा में जादू का आकर्षण शुरू से ही रहा है। इस विषय पर मूक सिनेमा से अब तक करीब 50 फिल्में बन चुकी हैं जिसमे अमिताभ बच्चन स्टार प्रकाश मेेहरा की फिल्म जादूगर भी है। लेकिन पहली बार एक जादूगर की ङ्क्षजदगी और जादुई खेल की हकीकत को लेकर फिल्म बनने जा रही है, यह सुप्रसिद्ध जादूगर हैं विश्व विख्यात शंकर सम्राट, जो देश-विदेश में पिछले 45 वर्षो मे करीब 28 हजार शो कर चुके हैं उन पर बन रही फिल्म का नाम है जादू मेरी नजर।
विभिन्न भारतीय और अन्तर्राष्टï्रीय फिल्म समारोह के लिए बन रही यह एक डॉक्यु-ड्रामा फिल्म होगी। इस फिल्म की शूटिंग दिल्ली, मुंबई के साथ सम्राट शंकर की जन्मभूमि हरियाणा के ऐलनाबाद और राजस्थान के श्रीकरणपुर में भी होगी। जादूगर सम्राट शंकर कहते हैं कि मुझ पर और जादुई कला पर फिल्म बनना निश्चय ही खुशी की बात है। मैं हमेशा अपने शो मे यह बात कहता रहा हुं कि जादू कोई तंत्र-मंत्र का खेल नही है, यह एक कला है जिसे हाथ की सफाई और कुछ यंत्रो की सहायता से किया जाता है।
लोगों को इस अंधविश्वास को दूर करने और अपनी इस विरासत को सभी को सौंपने के लिए मैने हाल ही मे एक एसा मैजिक बॉक्स बनाया है जिससे कोई भी जादूगर बन सकता है। अपनी इस फिल्म के माध्यम से मै यही संदेश देने का प्रयास करूंगा कि जादू सिर्फ एक कला है, इसे जादू-टोना कहना एक दुष्प्रचार है। उन्होंने अपनी कला को 73 वर्ष के पड़ाव में भी ऐसे जारी रखा, जैसे कोई 30 साल का युवा अपनी जादूगरी प्रस्तुत कर रहा हो। उन्होंने अपनी भेंट में बताया कि उन्हें इस कार्य के लिए संतुष्टिï महसूस होती है और जब तक जीवन है वह इस कला को जीवित रखेगें।