ना हाड़ कंपकपा देने वाली ठंड की चिंता, ना ही शरीर में किसी तरह की थकान। न कोई काफ़िला और न ही कोई संसाधन। कंधे पर रखकर हल, पैदल ही नाप रहा खेत से सड़क का लंबा सफर, और यह सफर खत्म होगा दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर।
20 दिन पहले हिमाचल के सोलन स्थित दून की साई पंचायत से पैदल अपने खेत का हल कंधे पर रख, हाथ में तिरंगा और गले मे पेस्टिसाइड्स शीशियों की माला पहनकर किसानों की आवाज बनकर निकला धरतीपुत्र लायक राम करनाल पहुंच गया हैं।
लायक राम देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर किसानों का कर्ज माफ करवाने और पेस्टिसाइड्स के दाम कम करवाने की मांग रखेंगे।
किसान लायक राम ने कहा कि फसलों को कीटनाशक बीमारियों से बचाने के लिए खेतों में पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल करना होता है।
पेस्टिसाइड्स इतनी महंगी होती हैं कि उसे खरीदने के लिए किसान को बैंकों से ऋण लेना पड़ता हैं और जब किसान पर कर्ज ज्यादा बढ़ जाता है तो बैंकों के कर्ज के नीचे दबा किसान इसी पेस्टिसाइड को खा कर आत्महत्या तक करने को मजबूर हो जाते हैं।