ट्विन सिटी में फैक्टरियों की चिमनियां जहरीला व काला धुआं उगल रही हैं। गत वर्ष प्रदूषण के मामले में यमुनानगर का विश्व में 26वां स्थान आया था।
इसके बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों ने सुध नहीं ली। आलम यह है कि सुबह के समय शहर के ऊपर धुएं की काली परत देखी जा सकती है।
जो दिन चढऩे के साथ-साथ लोगों के घरों, छतों व अन्य जगहों पर बिछ जाती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वायु में पीएम 2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तथा पीएम 10 की मात्रा 100 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर निर्धारित किया है।
यमुनानगर में शुक्रवार को पीएम 2.5 का आंकड़ा औसतन 332 व पीएम 10 का आंकड़ा 213 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया जाता है। इससे खुद-ब-खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्थिति कितनी भयानक है।
फैक्टरियों से निकलने वाले जहरीले व काले धुएं की वजह से सबसे ज्यादा दिक्कतें शहर वासियों को उठानी पड़ रही है।