हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से त्यागपत्र दे चुके एडहाक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जगदीश सिंह झिंडा बुधवार को करनाल पहुंचे। यहां पत्रकारों से वार्ता में दोहराया कि कमेटी की सूची ठीक करने के लिए उन्होंने राज्य सरकार को 31 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया है।
उन्होंने दो टूक कहा कि तय अवधि में ऐसा नहीं हुआ तो वे एक जनवरी को बड़ा एलान करेंगे। इसके लिए वे प्रदेश के तमाम जिलों में दौरा करके संगत की राय ले रहे हैं।
अलबत्ता, कमेटी भंग करके अगर सरकार प्रशासक नियुक्त करती है तो उसका विरोध नहीं करेंगे। यहां भ्रमण पर आए झिंडा ने डेरा कार सेवा में कहा कि सरकार को वस्तुत: 38 सदस्यीय कमेटी में उन्हें शामिल करना था, जिन्होंने अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के लिए संघर्ष किया।
उम्मीद थी कि सूची में ऐसे पात्र लोगों के नाम शामिल होंगे। इसी कारण उन्होंने कमेटी की घोषणा के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी जताया था। लेकिन जब सूची सार्वजनिक की गई तो प्रदेश की अधिकांश सिख संगत को यह रास नहीं आई। ऐसे में संगत ने उन पर त्यागपत्र देने के लिए दबाव बनाया।
उनके लिए चूंकि संगत ही प्रथम थी इसलिए उन्होंने समिति से त्यागपत्र दिया। झिंडा ने कहा कि वह हर जिले में बैठक करके संगत व समर्थकों के मन की थाह ले रहे हैं। करनाल इसी क्रम में नौवां जिला है।