सोनीपत में शराब की साढ़े सात लाख बोतलें कम मिलने संबंधी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव को पहले विधानसभा में रखने और फिर अदालत में मामला होने की दुहाई देते हुए चर्चा नहीं कराने पर छिड़े घमासान के बाद विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन और कानूनी प्रतिनिधि (एलआर) से राय मांगी है।
उन्होंने कानूनी राय में पूछा है कि क्या निचली अदालत में जो मामले चल रहे हैं, उन पर विधानसभा में चर्चा हो सकती है या नहीं।
अगर कोई कानून में बदलाव की जरूरत है तो वह किया जा सकता है या नहीं। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने वीरवार को पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। बुधवार को इसी मुद्दे पर करीब 45 मिनट तक सदन की कार्यवाही बाधित रही थी।
विपक्ष का तर्क था कि नियमानुसार केवल हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामलों पर विधानसभा में चर्चा नहीं हो सकती है, जिससे कि न्यायाधीश पर कोई प्रभाव पड़ता हो। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि पेपरलैस विधानसभा का प्रयोग सफल रहा है।
98 प्रतिशत कागज की बचत हुई। सत्र की तीन बैठकों की कुल कार्यवाही 16 घंटे 25 मिनट चली। कार्यवाही को देखने के लिए 772 दर्शक पहुंचे।