हरियाणा विधानसभा के 3 दिन चले शीतकालीन सत्र में अफसरों की वजह से सरकार की किरकिरी हो गई। खासकर 3 मंत्रियों में किसी को स्पीकर की डांट खानी पड़ी तो किसी को माफी मांगनी पड़ी। जिसके बाद नाराज सरकार ने गलत आंकड़े देने वालों की जांच शुरू कर दी है।
प्राथमिक जांच में कई अफसरों की भूमिका संदिग्ध मिली है। मंत्रियों को गलत आंकड़े देने के मामले में सरकार को सदन में तीन बार शर्मिंदा होना पड़ा।
शिक्षा विभाग की शुरू हुई जांच में चार अफसरों की भूमिका संदिग्ध मिली है। इन्हे सरकार ने सस्पेंड कर जांच शुरू कर दी है। इनमें सहायक निदेशक शमशेर सिंह, सहायक राजेश चौधरी, ब्रांच सहायक सुनील कुमार व डिप्टी सुपरिटेंडेंट इंदर सिंह शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने भी सदन में गलत आंकड़ों को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।