सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने वाले हाईकोर्ट के अधिवक्ता को फीस के रूप में निर्भया की दादी की गुल्लक से मिला एक पैसा दिया जाएगा।
अधिवक्ता ने इस परिवार से फीस नहीं लेने का ऐलान किया था लेकिन निर्भया के स्वजन ने न्याय मिलने पर उनको फीस देने की पेशकश की है।
वहीं अधिवक्ता पीड़ित परिवार के स्वाभिमान की खातिर एक पैसा फीस लेने को तैयार हो गए हैं।
सामूहिक दुष्कर्म और हत्या जैसे जघन्य मामले में दोषियों को सजा दिलाने के लिए अधिवक्ता महंगी फीस लेते हैं। नौ मई, 2017 को सोनीपत से एक युवती को अगवा कर लिया गया था।
उसके साथ रोहतक में पहले सामूहिक दुष्कर्म किया गया और फिर वीभत्स तरीके से हत्या कर दी गई। उसके शरीर में कांच-कंकड़ और राड डाल दी गई।
वहीं चेहरे व शरीर के अंगों को भंग कर दिया गया। घटना के बाद युवती को सोनीपत की निर्भया के नाम से पुकारा गया था।