शिक्षा विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ महावीर सिंह एवं निदेशक डॉ अंशज सिंह के नेतृत्व में करीब 111 स्कूलों की मॉनिटरिंग की गई जिसमें निम्नलिखित बिन्दुओं पर फोकस किया गया । दसवीं का परिणाम 20 से 25 फीसदी और बढाने के निर्देश दिए।
छात्रों के ड्राप आउट को जीरो करने और लड़कियों की उपस्थिति को शतप्रतिशत करने पर रखें फोकस,टेबलेट,मिड डे मिल, कम्प्यूटर लैब ,ड्यूल डेस्क और सिविल कार्यों का लिया जायजा और पूरा करने के निर्देश दिए।
शिक्षा दीक्षा शैक्षणिक पर्यवेक्षण के चौथे चरण में शिक्षा विभाग के मुख्यालय से करीब 111 अधिकारियों की टीम ने शुक्रवार को यमुनानगर के करीब 111 स्कूलों का दौरा किया। स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ महावीर सिंह एवं निदेशक महोदय डॉ अंशज सिंह के नेतृत्व में मुख्यालय के अधिकारियों और जिला स्तर के अधिकारियों की पूरी टीम यमुनानगर के अलग-अलग ब्लॉक और गाँव के स्कूलों में मोनिटरिंग के लिए पहुंची।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कलावड़ स्कूल सरस्वती नगर और निदेशक डॉ अंशज सिंह ने जगाधरी स्कूल का दौरा किया और पूरा दिन सुबह से लेकर शाम तक स्कूल में शैक्षणिक और सिविल कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने स्कूल में छात्र छात्राओं,शिक्षकों और एसएमसी सदस्यों से विद्यालय से जुड़े हर पहलू पर चर्चा की और विभाग की ओर से बच्चों को दी जाने वाली सभी सुविधाओं का बारीकी से जायजा लिया।
डॉ महावीर सिंह ने जिला के सभी शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों को दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष के मुकाबले 20 से 25 फीसदी और बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेवात की शिक्षा धरातल पर लाना जरूरी है और इसके लिए कड़ाई से परिश्रम करने की जरूरत है। डॉ अंशज सिंह ने कहा कि स्कूलों में अध्यापकों की कमी को प्राथमिकता के तौर पर पूरा किया जाएगा और हरियाणा कौशल रोजगार के अंतर्गत अध्यापकों रखा जाएगा ताकि शिक्षा का स्तर बेहतर हो सके।
यमुनानगर के सभी स्कूलों की मॉनिटरिंग के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए विभागीय प्रवक्ता ने बताया कि पूरे यमुनानगर के अलग-अलग स्कूलों में मुख्यालय के अधिकारियों और दूसरे जिला अधिकारियों ने सुबह की असेम्बली से लेकर उनकी छुट्टी होने तक उनके कम्प्यूटर लैब,साइंस लैब,लाइब्रेरी,स्टेम लैब,साइंस किट, टेबलेट के इस्तेमाल और मिड डे मिल की बारीकी से जांच की। स्कूलों में निपुण हरियाणा निपुण भारत के तहत चलाये जा रहे एफएलएन कार्यक्रमों और ट्रेनिंग के बारे में भी जानकारी ली।
मुख्यालय से एचसीएस स्तर से लेकर कार्यक्रम अधिकारी और जिलों में डाईट के शिक्षक और दूसरे जिला स्तर के अधिकारी स्कूलों में सुबह से लेकर शाम तक रहे। पूरे दिन के पर्यवेक्षण के बाद सभी पर्यवेक्षण अधिकारियों ने डीएवी कन्या महाविद्यालय के सभागार में अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ महावीर सिंह एवं निदेशक महोदय डॉ अंशज सिंह के साथ अपने अनुभव सांझा किये। इस दौरान यमुनानगर के उपायुक्त राहुल हूडा ने सभी अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जिला यमुनानगर विभागीय कार्ययोजना को धरातलीय स्तर पर लागू करने का और शिक्षा को बेहतर बनाने का तत्पर है।