पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा ने पुलिस प्रवक्ता के माध्यम से बताया कि पुलिस विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सेवा सुरक्षा सहयोग के नारे को साकार करने में लगे हुए हैं। नियमित ड्यूटी से हटकर भी जिला पुलिस बेहतर कार्य कर रही है। पुलिस के प्रति जनता में विश्वास बढ़े, इसके लिए भी पुलिस 24 घंटे प्रयासरत हैं। जनता का सहयोग भी पुलिस का मनोबल बढ़ता है। पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए हैं। लगातार इस पर कार्य किया जा रहा है। इसी कडी में कार्य करते हुए थाना सदर यमुनानगर पुलिस टीम ने 15 वर्षीय नाबालिक मंद बुद्धि बच्चे के परिजनों को ढूंढ कर उसके परिवार से मिलाकर सराहनीय कार्य किया। पुलिस अपने कार्य के साथ-साथ समाज सेवा को भी बेहतरीन से अंजाम दे रही है।
थाना प्रबंधक दिनेश ने बताया कि उनकी टीम को एक 15 वर्षीय नाबालिक मंद बुद्धि बच्चा गांव ताजकपुर से लावारिस हालत में मिला था।वह बच्चा मंदबुद्धि था जो ना कुछ समझ रहा था ना कुछ बोल रहा था। मुख्य सिपाही किरण चंद व अजय कुमार की टीम ने धीरे-धीरे कोशिश करके इस नाबालिक बच्चे को उसका नाम व गांव का नाम पूछा। बच्चे ने गांव का नाम रानी बसनी बताया। इस गांव के नाम से थाने का पता किया। बिहार के जिला सीतामढ़ी के थाना सन्नी साईदपुर के गांव रानी बसनी का पता चला। पुलिस टीम ने इसके गांव में इसके परिजनों का पता करवाया। परिजनों को पता लगने पर इसके परिजन यमुना नगर थाना में आ गए। पुलिस टीम के अथक प्रयास से इस 15 वर्षीय नाबालिक मंदबुद्धि बच्चे के परिजनों को ढूंढ कर उनके हवाले किया।
पुलिस प्रवक्ता ने जिला की जनता से अपील की कि वे लोगों की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें, जनता के सहयोग के बिना अपराधों पर अंकुश लगाना बहुत मुश्किल कार्य है। इसलिए अपने आसपास होने वाले किसी भी प्रकार के अपराध को रोकने के लिए तुरन्त पुलिस को सूचित करें।