पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। डॉ. जितेंद्र सिंह राज्यमंत्री कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का शुभारंभ किया था। सभी पंजीकृत पेंशनभोगी संघों, पेंशन संवितरण बैंकों, भारत सरकार के मंत्रालयों और सीजीएचएस वेलनेस केंद्रों को निर्देश दिया गया है
कि वे पेंशनभोगियों के सुविधापूर्ण जीवन सुनिश्चित करने के लिए, जीवन प्रमाणपत्र जमा करने हेतु डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र/फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन करें। इस संबंध में, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग की केंद्र सरकार की टीम जगाधरी में थी, जहां दिनांक 24 नवंबर, 2022 को एसबीआई, मुख्य शाखा, बस स्टैंड के पास, पुराना सहारनपुर रोड, जगाधरी में केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अभियान में पेंशनभोगियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और उन्होंने इस नई तकनीक की शुरूआत पर अपनी प्रसन्नता और संतोष व्यक्त किया। अपने मोबाइल फोन में फेस ऑथेंटिकेशन जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करने और अपने फोन से जीवन प्रमाणपत्र देने के संबंध में विभाग के अधिकारियों द्वारा इन पेंशनभोगियों का मार्गदर्शन किया गया। जीवन प्रमाणपत्र 60 सेकंड के भीतर जेनरेट होता है और मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा जाता है जहां से इसे डाउनलोड किया जा सकता है।
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, भारत सरकार द्वारा डिजिटल दुनिया में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। विभाग के अधिकारीयों ने बताया कि पहले जीवन प्रमाणपत्र व्यक्तिगत रूप से देने के लिए वृद्ध पेंशनभोगियों को बैंकों के बाहर कतारों में घंटों खड़ा होना पड़ता था। अब, यह उनके घर से ही आसानी से एक बटन के क्लिक पर संभव हो गया है।
टीम ने एसबीआई शाखा का दौरा किया और पेंशनभोगियों को उनके सुविधापूर्ण जीवन के लिए डीएलसी के बारे में जागरूक करने के लिए बातचीत की। पेंशनभोगियों को प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण के माध्यम से उन्हें सुविधा देने के लिए विभाग द्वारा की गई नई पहलों से अवगत कराया गया। केंद्रीय दल ने सभी पेंशनभोगियों से विभाग के यूटयूब चैनल ष्ठह्रक्कक्कङ्ख_ढ्ढहृष्ठढ्ढ्र ह्रस्नस्नढ्ढष्टढ्ढ्ररु को देखने का आग्रह किया जहां फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के माध्यम से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया के बारे में हिंदी और अंग्रेजी में सरल भाषा में दो वीडीयो अपलोड किए गए हैं। अक्तूबर से 23 नवम्बर तक कुल 79,51,062 डीएलसी जनरेट किए गए, फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से कुल 4,41,543 डीएलसी जनरेट किए गए। केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए कुल 27,43,324 डीएलसी जनरेट किए गए तथा फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से कुल 2,48,734 डीएलसी जनरेट किए गए।
मोबाइल द्वारा फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया में, आधार संख्या, ओटीपी के लिए मोबाइल नंबर, पीपीओ नंबर, बैंक/डाकघर के साथ खाता संख्या के बारे में ब्यौरे पहली बार आवश्यक हैं। यह सुविधा राज्य सरकार के कर्मचारियों और राज्य के कोषागार कार्यालय के रूप में संवितरण प्राधिकरण के लिए भी उपलब्ध है। इस कार्यक्रम में बैंक, पेंशनभोगी संघ, आदि के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। इस अभियान की सफलता के लिए इन हितधारकों की भागीदारी अमूल्य थी। विभाग फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए पूरे नवंबर माह में अभियान चला रहा है।