हरियाणा के पात्र कलाकार 13 दिसंबर तक धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए ई-मेल या डाक के माध्यम से सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग में आवेदन कर सकते हैं। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले और अधूरे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपए और प्रशस्ति पत्र व शॉल भेंट की जाएगी।
हरियाणा सरकार के सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। आगामी 13 दिसंबर तक एससीओ नंबर 200-201 सेक्टर 17सी चंडीगढ़ या डीआईपीआरफील्डएटदारटेजीमेलडॉटका म पर ईमेल के माध्यम से विभाग को आवेदन भेजे जा सकते हैं। पुरस्कार के तौर पर चुने जाने वाले व्यक्ति को एक लाख रूपए, प्रशस्ति पत्र और शॉल भेंट की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आवेदन करने वाले व्यक्ति के पास सांगियों की रचनाओं के मंच निर्देशन के लिए कम से कम 10 वर्ष का अनुभव होना जरूरी है। साथ ही आवेदक हरियाणा का निवासी होना अनिवार्य है और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रार्थी ने सांगों का निर्देशन हरियाणा की संस्कृति की मर्यादा के अनुरूप किया हो।
श्रेष्ठ निर्देशक अपने सहयोगी कलात्मक निर्देशक, संगीत निर्देशक, कॉस्टयूम डिजाइनर प्रकाश एवं ध्वनि इत्यादि तकनीकी स्टाफ के साथ तालमेल बनाने में दक्ष होना चाहिए। प्रार्थी की आयु 35 वर्ष से लेकर 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए और प्रार्थी का सांगों के मंच संचालन में प्रतिष्ठित होना भी जरूरी है।
इसके अलावा प्रार्थी का सांगो की रचनाओं के आधार पर स्क्रिप्ट तैयार करने अभिनय की बारीकियों और संगीत की जानकारी होना भी आवश्यक है। प्रार्थी द्वारा सालाना कम से कम 10 सालों का निर्देशन एवं मंचन किया हो। चयनित किए जाने वाले व्यक्ति पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं होना चाहिए और निर्देशित किए गए सांग शिक्षाप्रद व सामाजिक सरोकार से जुड़े होने चाहिए।
अनिवार्य योग्यताओं के अनुरूप प्राप्त आयोजनों की छंटनी के बाद सांगियों को अपने पूरे दल के साथ विभाग द्वारा निर्धारित स्थान पर सांग महोत्सव में प्रस्तुति देनी होगी, जिसके आधार पर निर्णायक मंडल द्वारा पात्र सांगी का चयन किया जाएगा। चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी और चयन कमेटी द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम होगा। आवेदन के लिए निर्धारित प्रोफार्मा में सभी जानकारी दर्ज कर दस्तावेजों के साथ भेजना जरूरी है।