November 27, 2024

एक प्रेस व्यगप्ति में आम आदमी पार्टी की उत्तरी हरियाणा की संयोजक चित्रा सर वारा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा एचटेट क्लियर करने वाले विद्यार्थियों को एक तुगलकी फरमान जारी किया है जिसका हर कोई पूर्ण रूप से विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा हरियाणा की भाजपा सरकार विद्यार्थियों को नौकरियाँ ना देने के लिए रोज नए-नए रूल-रेगुलेशन या बहाने तलाश लेती है और इसी का फलसफा है कि हरियाणा पिछले कईं सालों से देश में बेरोजगारी में नंबर वन बना हुआ I

चित्रा ने कहा कि सरकार पहले तो पेपरों के नाम पर बच्चों से मोटी फीस पर फीस जमा कराती रहती है लेकिन इम्तेहान के समय पेपर लीक हो जाते हैं I पिछले आठ सालों में 22 से अधिक पेपर लीक हुए हैं या रद्द हुए हैं I अब एक और अनूठा बहाना निकला है एक लाख बच्चों के भविष्य को अंधकार में धकेलने का – एचटेट पास करे 7 साल पुराने विद्यार्थियों के सार्टिफिकेट को सरकार अब मान्यता नहीं देगी I उन्होंने कहा कि आदमपुर उपचुनाव से पहले शिक्षा मंत्री जी ने वैधता कर अधिसूचना जारी करने की बात कही थी चुनाव पूर्ण होते ही सरकार अपने चिर-परिचित अंदाज में अपनी बात से पलट गई। उन्होंने कहा कि सरकार के तुगलकी फरमान से आज 50 हजार से ज्यादा युवाओ के एचटेट सार्टिफिकेट रदी हो चुके है और अगले महीने 50 हजार से ज्यादा और रदी हो जायेगे। चित्रा ने कहा कि पहले तो सरकार ने भर्तियां ही नहीं निकाली, जब भर्तियां निकाली और सभी 7 साल पुराने एचटेट क्लियर करने वाले बच्चों ने भर्तियां भर दी तो उनको बाद में यह बोलकर झटका दिया गया कि 7 साल पुराने उनके सार्टिफिकेट मान्य नहीं होंगे।

चित्रा ने कहा कि पिछले 7 साल से सत्ता में भाजपा सरकार है- भर्तियां निकालना सरकार का काम था बच्चों का नहीं I अगर सरकार की नीयत में खोट नहीं था तो जिन बच्चों ने पिछले 7 सालों में मेहनत करके एचटेट क्लियर कर ली थी तो सरकार उनको नौकरियाँ देती। 7 साल बाद एचटेट क्लियर करने वाले बच्चों को एकदम से बोल देना की आपके सार्टिफिकेट मान्य नहीं है ये कहाँ कि औचित्य है।

उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर 7 साल पुराने सभी विद्यार्थियों के सार्टिफिकेट को मान्य मानते हुए उनको नौकरियाँ की और बढ़ाना चाहिए ना कि बेरोजगारी की तरफ धकेलना चाहिए I उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत प्रभाव से सभी विद्यार्थियों के पक्ष में फैसला लेते हुए आगे की प्रक्रिया में सभी पुराने विद्यार्थियों को साथ लेकर चलना चाहिए।

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