दिल्ली से सटे एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) रेवाड़ी में एक बार फिर कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। बावजूद इसके लोग बेखौफ होकर कोरोना की गाइडलाइन को दरकिनार कर रहे हैं। बाजार से लेकर तमाम भीड़भाड़ वाले इलाकों में बगैर मास्क लोग घूमते हुए देखे जा सकते हैं। इतना ही नहीं दो माह पहले तक थोक के भाव चालान काटने वाले अधिकारी भी एक तरह से अब बेफिक्र हो गए हैं। स्कूल खुलते समय तो कोरोना गाइडलाइन की पालना की बात की गई थी, लेकिन अब हालात यह हैं कि स्कूल में बगैर मास्क ही बच्चे एंट्री कर रहे हैं।
बता दें कि रेवाड़ी जिले में जुलाई के अंत तक कोरोना की रफ्तार पूरी तरह धीमी पड़ गई थी। कोरोना का आखिरी केस 2 अगस्त को मिला था। उसके बाद लगातार 13 दिन कोई केस नहीं मिला। 15 अगस्त को एक केस रेवाड़ी शहर व एक गांव गुरावड़ा में मिला। उसके बाद 16 अगस्त को मीरपुर व एक केस अन्य जगह मिला। हालांकि अब दो दिन से फिर रफ्तार कम हुई है, लेकिन जिले में अब 4 एक्टिव केस हैं। ये सभी लोग होम आइसोलेट किए गए हैं।
सभी स्कूलों को SOP की पालना करनी होगी
रेवाड़ी के DEO (जिला शिक्षा अधिकारी) राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्कूलों को SOP की पालना करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर किसी स्कूल में पालना नहीं हो रही तो उसे चेक करके कार्रवाई की जाएगी। DEO ने बताया कि हमनें CMO (सिविल सर्जन) को लेटर लिखा हुआ है कि शिक्षा विभाग के लिए अलग से वैक्सीनेशन कैंप लगवाया जाए, जिससे समय पर सभी टीचर्स का वैक्सीनेशन हो सके। इससे स्कूल में कोरोना का खतरा कम होगा, क्योंकि टीचर्स ही बच्चों के बीच रहते हैं।