डीएसपी मुख्यालय कंवलजीत सिंह ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि गांव मंडेबर निवासी आईटीआई के छात्र अमित कुमार की हत्या के मामले को स्पेशल सेल की टीम ने मात्र 48 घंटे में सुलझा दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। डीएसपी कंवलजीत सिंह ने बताया कि टीम ने कृष्णा नगर कॉलोनी थाना गांधीनगर निवासी बसंत यादव पुत्र कैलाश यादव और पृृृथ्वी नगर ए निवासी मनीष उर्फ नीशू पुत्र रामप्रकाश को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के रिमांड पर लिया गया है।
डीएसपी कंवलजीत सिंह ने बताया कि मनीष और मृतक अमित के बीच कुछ दिन पहले बहस हुई थी। इसी रंजिश में अमित की हत्या की गई। बसंत इससे पहले भी एक हत्या के केस में गिरफ्तार हो चुका है। वह दो माह पहले ही जेल से बाहर आया था। उस पर मारपीट और नशीले पदार्थ की तस्करी का केस भी दर्ज है। दोनों आरोपियों को दो दिन के रिमांड पर लिया है। वहीं तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।उसको भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
स्पेशल सेल इंचार्ज राजेश राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है। अमित और मनीष के बीच शराब पीते हुए बहस हुई थी। दोनों के बीच फोन पर भी बहस हो चुकी थी। मनीष ने यह बात बसंत को बताई और उसके बाद उन्होंने तीसरे साथी को भी साथ लिया। तीनों अमित को तलाशते हुए जा रहे थे। जब वह गुरुद्वारा के पास मिला तो उसे पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया था। .
डीएसपी कंवलजीत सिंह ने बताया कि पुराना हमीदा निवासी वीरेंद्र ने फर्कपुर थाना पुलिस को शिकायत दी थी कि रविवार शाम को वह जगाधरी वर्कशॉप रेलवे स्टेशन की तरफ अपने काम से जा रहा था। जब वह जगाधरी वर्कशॉप गुरुद्वारे के नजदीक पहुंचा तो गुरुद्वारे के सामने वाली गली में तीन युवक मिलकर एक युवक को पीट रहे थे। आरोपियों ने अपनी बाइक सड़क के बीच खड़ी की हुई थी। आरोपी युवकों ने युवक को बुरी तरह पीटा। आरोपियों ने युवक को अधमरा कर गंदे पानी के नाले में गिरा दिया।
इसके बाद दोबारा नाले से बाहर निकालकर उसे बुरी तरह पीटा। हमलावरों ने ईंट व पत्थरों से भी उस पर वार किए। जब वह अचेत अवस्था में हो गया तो आरोपी उसे नाले में फेंक कर वहां से फरार हो गए। वीरेंद्र ने बताया कि जब आरोपी बाइक पर जा रहे थे तो उनमें से उसने फर्कपुर निवासी मनीष धीमान उर्फ नीशू को पहचान लिया। आरोपियों के जाने के बाद उसने अन्य लोगों के साथ नाले में गिरे पड़े युवक को बाहर निकाला। जब उसने युवक को देखा तो वह उसके दोस्त गांव मंडेबर निवासी अश्वनी का छोटा भाई अमित था। इस शिकायत पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था।