सफाई कर्मचारियों की 11 दिन तक चली हड़ताल से शहर में लगे गंदगी के ढेरों को निगम ने रविवार को छुट्टी के दिन ही साफ करना शुरू कर दिया। गंदगी साफ करने के लिए शहर से विशेष सफाई अभियान चलाया। मेयर मदन चौहान व निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर निगम के सभी सेनेटरी इंस्पेक्टर व कर्मचारी रविवार को फील्ड में रहे।
इस दौरान निगम द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली, लोडर मशीन व अन्य साधनों के माध्यम से शहर में फैली गंदगी को साफ किया गया। हड़ताल के दौरान जहां पर सफाई न होने से गंदगी फैली हुई थी, उन जगहों को साफ किया गया। गंदगी के ढेर उठाकर वहां पर चुने का छिड़काव किया गया। मेयर मदन चौहान ने शहरवासियों को शहर को सुंदर व साफ बनाने में सहयोग करने की अपील की है।
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर नगर पालिका सफाई कर्मचारी संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ की 11 दिन तक हड़ताल चली। शनिवार शाम को सरकार के साथ सहमति बनने पर हड़ताल खत्म हो गई। 11 दिन तक चली हड़ताल के दौरान हड़ताली कर्मचारियों ने निगम को सफाई भी करने नहीं दी। जिससे शहर में गंदगी के ढेर लग गए। हालांकि विरोध के बीच निगम द्वारा कई जगह पुलिस फोर्स की मदद से सफाई कराई गई। हड़ताल खत्म होते ही रविवार को छुट्टी के दिन ही शहर में लगे गंदगी को साफ करने के लिए जगाधरी जोन में सीएसआई हरजीत सिंह व यमुनानगर जोन में सीएसआई सुरेंद्र चोपड़ा के नेतृत्व में सफाई कार्य शुरू किया गया। सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज, एसआई प्रदीप दहिया, एएसआई सचिन कांबोज की देखरेख में वार्ड एक से 11 तक की विभिन्न कॉलोनियों में सफाई की गई।
वहीं, सेनेटरी इंस्पेक्टर गोविंद शर्मा, सेनेटरी इंस्पेक्टर बिट्टू सिंह, एएसआई सतबीर सिंह की देखरेख में वार्ड 12 से 22 तक की कॉलोनियों में सफाई की गई। सफाई कर्मचारियों ने सड़कों व गलियों में फैली गंदगी व गंदगी से अटी नालियों को साफ किया। वहीं, कुछ कर्मचारियों द्वारा जेसीबी, लोडर व अन्य साधनों के माध्यम से ट्रैक्टर ट्रॉलियों में कचरा लोड कर कचरा निस्तारण प्लांट में पहुंचाया गया। मेयर मदन चौहान ने सभी सफाई अधिकारियों को हड़ताल के दौरान शहर में फैली गंदगी व लगे ढेरों को जल्द से जल्द साफ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां गंदगी के ढेर लगे हुए थे, वहां की सफाई करने के बाद चूने का छिड़काव किया जाए। ताकि बदबू न फैले। इसके अलावा उन्होंने शहरवासियों से भी अपील की कि वे खुले में कचरा ने फेंके। निगम के वाहन व डस्टबिन में ही सूखा व गीला कचरा अलग अलग करके दें।