उपायुक्त राहुल हुड्डïा ने 4 नवम्बर से 8 नवम्बर तक चलने वाले श्री कपालमोचन मेले की तैयारियों को लेकर सूरजकुण्ड सरोवर पर पूजा अर्चना करके जल भराव के कार्य का शुभारम्भ किया और कहा कि इस मेले में इस बार करीब 8 लाख से 10 लाख श्रद्घालुओं के पहुचने की सम्भावना है। यह मेला भव्य रूप से मनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है। उन्होंने श्रद्घालुओं से अपील की है कि मेला प्रशासन इस मेले में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाएगा, सभी सफाई का विशेष ध्यान रखे।
उपायुक्त ने बुधवार को श्रीकपालमोचन में स्थित सूरजकुण्ड सरोवर पर पूजा अर्चना करके सरोवर में जल भराव की शुरूआत की। उन्होंने मीडिया से बताया की मेले की तैयारियां पिछले 2 महीने से की जा रही है। इस मेले में इस बार विशेष रूप से सफाई व्यवस्था पर ध्यान दिया जाएगा। पूजा अर्चना करके आज सूरजकुण्ड सरोवर पर जल भराव की शुरूआत की गई है ताकि 5 दिन चलने वाले मेले में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। भगवान के आर्शीवाद से सभी बिना बाधा के सम्पन्न हो।
उपायुक्त ने बताया कि मेला 126 एकड़ में फैला है। इसके 4 सैक्टर बनाए गए है, इन सैक्टरों में भण्डारा, दुकानें, मीडिया सैंटर आदि बनाए गए है। इस बार 550 नए अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था की गई है जबकि 50 शौचालय स्थाई रूप से पहले ही है। चप्पे-चप्पे पर निगाह रखने के लिए अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है। पार्किग की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्घालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए नजदीक के जिलों से बसों की व्यवस्था की गई है, वहीं स्थानीय बसों के भी फेरों को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्किग से मेले तक आने के लिए बुजुर्गो के लिए ई-रिक्शा का प्रबंध करने का विचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि मेले में किसी प्रकार की दिक्कत नही आने दी जाएगी।
श्री कपालमोचन मेला प्रशासक एवं उपमंडलाधीश बिलासपुर जसपाल सिंह गिल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि 4 नवम्बर 2022 को श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला की प्रदर्शनी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन होगा। श्री कपाल मोचन मेले में देश के विभिन्न राज्यों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां के तीनों पवित्र सरोवरों-कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरज कुण्ड सरोवर में क्रमवार स्नान करने के लिए आते हैं। कपाल मोचन मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मिले ऐसे सभी अधिकारियों के प्रयास होने चाहिए।