हरियाणा के महामहीम राज्यपाल बंड़ारू दत्तात्रेय ने कहा कि वैश्विक स्तर पर वर्ष 2030 के अंत तक 30 करोड़ नौकरियां होंगी। जिनमें से 10 करोड़ नौकरियों पर भारतीय युवाओं का हक होगा। यह सब देश की बेहतरीन शिक्षा नीति से ही संभव हो पाएगा। इसके लिए देश के विश्वविद्यालयों को टैक्रोलॉजी, इनोवेशन व रिसर्च पर विशेष ध्यान देना होगा। यह बात उन्होंन भिवानी में चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में कहे। इस मौके पर उन्होंने विश्वविद्यालय के 1694 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी तथा अपने विषय में प्रथम स्थान पाने वाले 89 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मैडल दिए।
इस मौके पर महामहीम राज्यपाल ने डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं के सुनहरे भविष्य की कामना करते हुए कहा कि अब इन छात्रों को सुनहरे भारत का निर्माण करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीबीएलयू ने अपने स्थापना के 8 साल के कार्यकाल में नवाचार व उद्यमशीलता को बढ़ावा देने का काम किया है तथा अपने क्षेत्र के 5 गांवों को गोद लेकर उन्हे विकास की तरफ अग्रसर किया है। उन्होंने कहा कि चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय प्रदेश का ऐसा पहला विश्वविद्यालय है, जिसने वैदिक गणित के पाठ्यक्रम को पढ़ाने का काम किया है तथा स्नातकोत्तर स्तर पर चरित्र निर्माण व व्यक्तित्व के समग्र विकास की तरफ ध्यान दिया है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का अभियान छेड़ा है, इसमें भी विश्वविद्यसालय की छात्र-छात्राओं को गांव-गांव जाकर जागरूकता फैलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाने की व्यवस्था की गई है, जो एक ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी के लिए भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगी। इस मौके पर कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि भारत देश दुनिया में सबसे अधिक युवा आबादी वाला देश है। ऐसे में भारत के युवा शिक्षा ग्रहण कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाए, ऐसी व्यवस्था नई शिक्षा नीति में लागू की गई है। जिसका अनुसरण सीबीएलयू कर रहा है।
इस मौके पर स्नातक व स्नातकोत्तर की डिग्रियां प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं राजेश, रेणु, अनिता, सचिन ने बताया कि आज उन्हे महामहीम राज्यपाल के हाथों अपने शैक्षणिक डिग्रियां प्राप्त हुई है। इससे उन्हे अपने जीवन में आगे बढऩे का अवसर मिला है तथा वे देश के भविष्य के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।