डीएसपी कमलजीत ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए थाना शहर यमुनानगर पुलिस ने मात्र 3 दिन में ब्लाइंड मर्डर को सुलझा, आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। उन्होंने बताया कि थाना शहर यमुनानगर क्षेत्र में दशहरे वाले दिन बस स्टैंड के पास गली में 48 वर्षीय सुरेश का शव मिला। उसके सिर पर पत्थर या ईंट से वार कर हत्या की गई थी। पुलिस ने उसकी हत्या का केस दर्ज किया था। मामले में थाना शहर यमुनानगर पुलिस ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
थाना शहर प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि उनकी टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि हत्या का आरोपी बस स्टैंड के सामने मार्केट में घूम रहा है। इस सूचना के आधार पर उप निरीक्षक कुशल पाल, एएसआई संदीप सिंह, की टीम ने मौके पर जाकर वहां घूम रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसकी पहचान बैंक कॉलोनी शिवपुरी बी निवासी इंद्रजीत पुत्र अजमेर सिंह के नाम से हुई। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
उन्होंने बताया कि आजाद नगर कालोनी निवासी सुरेश वैल्डिंग का कार्य करता था। वह अपने भाई वेद के पास रह रहा था। उसके पास दो बेटियां व एक बेटा है, लेकिन उसका पत्नी से मनमुटाव चल रहा था। जिस वजह से पत्नी काफी पहले बच्चाें को लेकर जम्मू चली गई थी। इसके बाद से ही वह अकेला यहां रह रहा था। कभी वह पेपर मिल, तो कभी आजादनगर में भाई के पास रहता। मृतक के भाई वेद ने बताया कि सुरेश अक्सर देर रात घर आता था। 5 अक्टूबर को रात को भी वह घर पर नहीं आया। सुबह उन्हें पुलिस से पता लगा। जिसके बाद उन्होंने सुरेश के शव की शिनाख्त की।
थाना प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि मृतक सुरेश व इंद्रजीत दोनों दोस्त हैं। उन्होंने दशहरे वाले दिन शराब पी और उसके बाद कैंप में दशहरा देखने चले गए। वापस आने के बाद इंद्रजीत का किसी व्यक्ति से झगड़ा हो गया। मृतक सुरेश ने बीच-बचाव करा दिया। लेकिन इंद्रजीत ने सुरेश के साथ इस बात को लेकर गाली गलौज की की उसने झगड़े में उसका साथ नहीं दिया। इसी को लेकर वर्कशॉप रोड सड़क किनारे सुरेश शराब के नशे में जमीन पर लेट गया और इंद्रजीत ने पत्थर उठाकर उसके सिर पर वार किया और उसकी हत्या कर मौके से फरार हो गया।