सोनीपत. किसानो का 3 कृषि क़ानूनों को लेकर संघर्ष लगातार जारी है और आज संयुक्त किसान मोर्चा कि आह्वान पर 5 बसों में 200 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए.किसान वहाँ पर अपनी संसद लगाएँगे और किसानो व कृषि कानूनों के मुद्दे पर बात करेंगे.वहीं किसानो के साथ साथ किसान नेता भी दिल्ली पहुँचेंगे , किसान नेताओ का कहना है की जंतर मंतर पर पहुँचने के बाद वह वहाँ से पैदल मार्च भी निकालेंगे ,किसान नेताओ ने आगे कहा की अगर दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह वही रुक जाएँगे
किसान 3 कृषि क़ानूनों के खिलाफ पिछले 7 महीनो से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए है. वहीं संयुक्त किसान मोर्चा सरकार पर दबाव बनाने के लिए अलग अलग रणनीति बना रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से आह्वान किया गया था कि 22 जुलाई को किसान संसद के सामने अपनी संसद लगाएंगे ताकि सरकार के खिलाफ 3 कृषि क़ानूनों को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन जाहिर कर सकें और सरकार पर दबाव बना सकें की वह जल्द से जल्द इन 3 कृषि क़ानूनों को रद्द कर दें.
उसी के तहत किसान 5 बसों में सवार होकर आज सिंघु बॉर्डर से दिल्ली के लिए रवाना हुए.5 बसों में 200 किसान पुलिस की कड़ी सुरक्षा में जंतर मंतर पहुँचेंगे और वही अपनी सांसद लगाएंगे , किसान नेताओ का कहना है की किसान पिछले 7 महीनो से बॉर्डर पर बैठ कर आंदोलन कर रहे है और सरकार उनकी माँगो को पूरा नही कर रही है .
किसानों के मुद्दों पर बातचीत की जाएगी
उनका कहना है की सरकार में बैठे सांसद हमारे द्वारा ही बनाए गए है, जो पार्लियामेंट में आज मुद्दों पर बात करेंगे और आज हम भी जंतर मंतर पर अपनी पार्लियामेंट चलाएँगे .आगे उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार हो रहा है की किसान अपनी सांसद चलाएँगे. किसान सांसद की तरह ही स्पीकर व डिप्टी स्पीकर नियुक्त करेंगे और संसद की तरह ही लंच , डिनर होगा. शाम 5 बजे तक संसद चलेगा और किसानो के मुद्दों पर बातचीत होगी और उसके बाद किसान शाम 5 बजे वापिस सिंघु बॉर्डर पर आ जाएँगे.