अनिल विज ने कहा कि देश के फौजी सीमाओं पर दुश्मनों से लड़ेंगे या देश के भीतर सिस्टम से। उन्होंने बताया कि चरखी-दादरी से आए फौजी पति की शिकायत पर उसकी पत्नी महिला एसपीओ को सस्पेंड करने के निर्देश दिए है और इस मामले में तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच के निर्देश भी डीजीपी हरियाणा को दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि जितने भी लोग जनता दरबार में आते हैं उनकी समस्याओं को सुना जाता है और चाहे समस्याएं सुनने में सारी रात ही क्यों न लग जाए, वह अंतिम व्यक्ति तक की समस्या को सुनते हैं। समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा सैन्य जवानों की शिकायतों पर कार्रवाई उनकी प्राथमिकता में शामिल है। जवान सीमाओं में हमारी रक्षा करें या अंदर आकर सिस्टम से लड़ाई करें। उन्होंने कहा जब कोई फौजी आकर उन्हें कहता है कि ‘वह हर जगह चक्कर लगा आया मगर उसे इंसाफ नहीं मिला’ यह सुनकर उन्हें सबसे ज्यादा गुस्सा व पीड़ा होती है।
फौजी की शिकायत पर सख्त एक्शन लिया मंत्री विज ने
गौरतलब है कि फौजी ने शिकायत देते हुए कहा था कि उसकी पत्नी से तलाक का केस चल रहा है, मगर पत्नी पुलिस का दबाव उसपर व परिवार पर बना रही है। पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की और उसकी पत्नी एवं अन्य ने उसके पति से भी मारपीट की जिसके बाद उसके पिता को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। फौजी ने बताया कि पुलिस ने उसके पिता की शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाए उलटा उसकी पत्नी की शिकायत पर पिता के खिलाफ बलात्कार का मामला बना दिया जबकि उसके पिता की उम्र 70 वर्ष है। मंत्री विज ने इस मामले में महिला एसपीओ को तुरंत सस्पेंड करने के निर्देश दिए जबकि तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर मामले में जांच के निर्देश भी उन्होंने दिए।
झूठी शिकायतों की जानकारी मिली तो कार्रवाई करेंगे : अनिल विज
जनता दरबार में झूठी शिकायतें लाने वालों के सवाल पर श्री विज ने कहा कि जनता दरबार में यदि कोई झूठी शिकायत का मामला सामने आता है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि झूठी शिकायतों पर कार्रवाई जरूरी है क्योंकि ऐसी शिकायतों पर समय भी बर्बाद होता है।
पानीपत में पुलिस जवान के इस्तीफे मामले में डीजीपी कर रहे जांच : विज
पत्रकारों से बातचीत के दौरान गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी कि पानीपत में किसी पुलिस मुलाजिम ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में उसी क्षण हरियाणा डीजीपी को उन्होंने मामला फारवर्ड करते हुए जांच के आदेश दिए थे।