हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण खराब फसलों की जानकारी किसान ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करें। अधिकारी किसानों को प्रोत्साहित करें कि वे जल्द से जल्द अपने नुकसान का ब्यौरा पोर्टल पर भरें, ताकि किसानों को जल्द मुआवजा मिल सके।
मुख्यमंत्री कल देर शाम वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रशासनिक सचिवों, मंडल आयुक्तों और जिला उपायुक्तों के साथ हाई लेवल की बैठक कर रहे थे। बैठक में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, मुख्य सचिव संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी.एस. ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल और मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के मकरंद पाण्डुरंग भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फसल नुकसान के सत्यापन और मुआवजे में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों की सुविधा के लिए ही सरकार ने ई- फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल बनाया है, जिस पर किसान स्वयं अपनी फसल खराबे का ब्यौरा दर्ज कर सकता है। इसलिए किसान भाइयों से आग्रह है कि वे इस पोर्टल पर अपनी फसल के नुकसान की जानकारी को स्वयं अपडेट करें ताकि उन्हें मुआवजा पाने में किसी भी तरह की देरी या परेशानी का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि किसान द्वारा अपने नुकसान का डाटा पोर्टल पर अपलोड करने के सात दिनों के भीतर संबंधित पटवारी, कानूनगो इस डाटा का सत्यापन सुनिश्चित करें। इसके अलावा, तहसीलदारों को भी अपने स्तर पर इसका सत्यापन शुरू कर देना चाहिए ताकि किसानों को उनके नुकसान का उचित मुआवजा जल्द मिल सके।