पंजाब में पनप रहे गैंगस्टर वाद के खिलाफ पहली बार इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई हुई है। यह भी पहली बार है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने खुद मोर्चा संभाला है। इसकी सबसे बड़ी वजह है गैंगस्टरों का पाकिस्तान से कनेक्शन। गैंगस्टरों को हथियार ही नहीं, विस्फोटक सामग्री तक सीमा पार से मुहैया कराई जा रही है। इससे केंद्रीय गृह मंत्रालय की भी नींद उड़ी हुई है।
एनआईए ने कई राज्यों में जिस तरह एक साथ दबिश दी है, उससे साफ जाहिर है कि केंद्र ने गैंगस्टरों के पाक कनेक्शन को गंभीरता से लिया है। देश भर में बढ़ता इन गैंगस्टरों का नेटवर्क भी चिंता का सबब है। इनका आपसी तालमेल इतना जबरदस्त है कि ये देश के किसी भी कोने में वारदात करा सकते हैं। कुछ गिरोह विदेश से संचालित हो रहे हैं।
कुछ मामलों की पड़ताल में पंजाब के गैंगस्टर्स का आईएसआई और खालिस्तानी आतंकियों से संबंध सामने आया था। इसके बाद एनआईए ने नीरज बवाना, लॉरेंस बिश्नोई और टिल्लु ताजपुरिया जैसे 10 गैंगस्टर की सूची बनाई थी। इन गिरोह पर एजेंसियों की नजर थी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की गोद में बैठा नामी गैंगस्टर हरविंदर रिंदा बब्बर खालसा का कुख्यात आतंकी बन चुका है।