हरियाणा प्रदेश में अध्यापक पात्रता परीक्षा 2022 का आयोजन 12 व 13 नवंबर को किया जाएगा। इन परीक्षाओं में लेवल-1, लेवल-2 व लेवल-3 की एचटेट परीक्षाओं का आयोजन होगा। जिसमें डीएलएड व बीएड विद्यार्थी प्रदेश के स्कूलों में अध्यापक बनने के लिए यह परीक्षा देंगे। इस परीक्षा को लेकर राज्य सरकार ने हरियाणा बोर्ड को सहमति दे दी है।
यह जानकारी आज हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह व बोर्ड के सचिव कृष्ण कुमार ने भिवानी में बोर्ड के 54वेंं स्थापना दिवस के मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने बताया कि इन परीक्षाओं में तीन लाख के लगभग अभ्यार्थी परीक्षा देंगे। हरियाणा प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा 15 से 16 हजार अध्यापकों की नियुक्ति की जानी है। इसी के चलते एचटेट परीक्षआों का समय पर संचालन करवाया जा रहा है।
8 सितंबर 1969 को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की स्थापना हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अधिनियम के तहत की गई थी। आज बोर्ड के 54वें स्थापना दिवस के मौके पर बोर्ड परिसर भिवानी में हवन-यज्ञ का कार्यक्रम आयोजित कर बोर्ड के सभी कर्मचारियों ने बोर्ड की बेहतर कार्यप्रणाली को लेकर शुभकामनाएं प्रकट की। इस मौके पर बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह व सचिव कृष्ण कुमार ने बताया कि बोर्ड की स्थापना के समय 1969 में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में 100 कर्मचारी थे, जो 80 हजार के लगभग विद्यार्थियों की परीक्षाएं लेते थे।
आज बोर्ड में एक हजार के लगभग कर्मचारी व अधिकारी है तथा 10वीं, 12वीं, एचटेट, डीएलएड की लगभग 8 से 10 लाख के लगभग विद्यार्थियों की परीक्षाओं का संचालन प्रतिवर्ष करते हैं। इस प्रकार बोर्ड की स्थापना के बाद 10 गुणा तक कार्य व विद्यार्थियों की संख्या बोर्ड के विकास क्रम में पिछले 54 सालों के दौरान बढ़ी हैं।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की उपलब्धियों को गिनवाते हुए उन्होंने बताया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड देश के अग्रणीय शिक्षा बोर्डो में से एक है। यहां पर ना केवल सिक्कम, गुजरात, बल्कि नेपाल शिक्षा बोर्ड के कर्मचारी भी यहां की कार्यप्रणाली को देखने के लिए शैक्षणिक टूर पर आते हैं। हालही में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने कृषि के विषय को भी बायोलोजी के स्थान पर अपने सैलेबस में शामिल किया है।
इसके अलावा शिक्षा बोर्ड ने 45 गुरूकुल को भी मान्यता दी है, जो भारतीय संस्कृति व परंपरा के अनुसार शिक्षा देने का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि अग्निवीर में भर्ती फौजियों के सर्टिफिकेट की ऑनलाईन वैरीफिकेशन की व्यवस्था शिक्षा बोर्ड में की गई हैं। 1970 से लेकर 2004 तक के पेपर रिकॉर्ड को भी कंप्यूटरीकृत किया जा चुका है।