गोवंश में होने वाला लंपी चर्म रोग वायरस का प्रकोप अभी जारी है। लंपी वायरस मामले में जिला रेवाड़ी से राहत भरी खबर यह है कि अभी जिले में ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया है। हालांकि संदिग्ध पशुओं के सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल लैब में भेजे गए हैं लेकिन अभी तक कोई भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है यह जिले में राहत भरी खबर है। उधर टीकाकरण का आंकड़ा 37 हजार के पार पहुंच गया है।
जबकि पूरे जिले में गोवंश की संख्या 40 हजार बताई जा रही है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने पशुपालकों से सरकार और विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करने की अपील की है साथ ही कहा है कि अंतर राज्य और अंतर जिला में पशुओं के आने जाने और खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी गई है साथ ही सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार किसी प्रकार के पशु मेले का भी आयोजन नहीं किया जा सकता।
उधर पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने जिले की सभी 14 गोशालाओं में टीकाकरण मुहिम पूर्ण करने के बाद खोल खंड के अधिकांश गांवों को कवर कर लिया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक रविवार तक लंपी रोधी 37 हजार तीन सौ पशुओं को टीके लगाए जा चुके हैं और वीरवार को टीकों की नई खेप और आ गई थी जिसके बाद बाकी बचे हुए गोवंश को भी जल्द ही टीकाकरण पूर्ण कर लिया जाएगा। अब जिले में पशुपालन विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में टीके उपलब्ध हैं।
उधर पशुपालन विभाग के एसडीओ डॉ विनोद कुमार के अनुसार लंपी रोधी टीकाकरण अभियान पर उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग निगरानी रखे हुए हैं। 14 पशु रोग विशेषज्ञों की टीमों को जिले की सभी गोशालाओं में दिन में चार बार दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं। ये सभी टीमें अपने जिले में गोवंश को लंपी वायरस से सुरक्षित बनाने की मुहिम में जुटी हैं। डॉक्टर राजबीर द्वारा गांव प्राणपुरा और धारूहेड़ा का दौरा किया और गौशाला में तैनात कर्मचारियों को सजगता बरतने के निर्देश दिए गए।