आजादी के अमृत महोत्सव में किसानों को परंपरागत खेती की बजाए बागवानी अपनाने पर सरकार की ओर से प्रोत्साहन देने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। ऐसी ही एक योजना के तहत किसानों को खजूर की खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए 1.40 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से अनुदान भी दिया जा रहा है।
इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि परंपरागत खेती की बजाए किसान बागवानी क्षेत्र की नई योजनाओं का लाभ उठाकर अच्छे उत्पादक बन सकते हैं। जिला में खजूर की खेती की संभावनाएं है। इन संभावनाओं को अवसर में बदलने के लिए सरकार की ओर से प्रोत्साहन भी मिल रहा है। इस योजना के तहत एक किसान अधिकतम दस एकड़ तक अनुदान का लाभ ले सकता है।
खजूर की बाजार में अच्छी डिमांड है। योजना का लाभ लेने के लिए फसलहरियाणाडॉटजीओवीडॉट इन पर पंजीकरण होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि किसानों को खजूर की खेती के लिए बागवानी विभाग की ओर से आवश्यक सलाह भी मिलेगी। विभाग के विशेषज्ञ किसानों को बागवानी से जुड़ी नई तकनीकों से भी अवगत कराएंगे। इस योजना के बारे में अधिक जानकारी जिला उद्यान अधिकारी, कार्यालय से भी प्राप्त की जा सकता है।