भिवानी पुलिस ने बड़े लूट गिरोह का भांडाफोड़ किया है। ये गिरोह राजस्थान में सक्रिय था, जिसने एक माह पहले ज्वैलरी की दुकान से एक करोड़ रूपये की ज्वैलरी लुटी थी। पुलिस ने गिरोह के सरगना सहित चार लुटेरों को हथियारों के जखीरे सहित काबू किया है। पुलिस के हत्थे चढ़े चार लोग दिखने में जितने सीधे व भोले दिखते हैं, दरअसल उतने है नहीं।
ये बहुत बड़े लुटेरे हैं। जो गिरोह बनाकर बार बार लूट व डकैती की वारदात करते हैं। गिरोह में 4-5 लुटेरे हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिला से और 4-5 राजस्थान से हैं। जो ज्यादातर लूट व डकैती राजस्थान में करते थे। बीते माह इन्होंने राजस्थान के नागौर जिला के पंचावा से ज्वैलरी शॉप से एक करोड़ रूपये की ज्वैलरी लूटी थी।
जुई पुलिस थाना के एसएचओ इंस्पेक्टर श्रीभगवान ने इस लूट गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि एक स्कॉर्पियो गाड़ी में अपराधी आ रहे हैं।
जब उन्होंने नाकेबंदी की तो पुलिस को देख ये लुटेरे भागने लगे। इसी दौरान कुड़ल गांव के पास उनकी गाड़ी दीवार से टकरा गई। जिसकी तलाशी पर उसमें चार लोग काबू कर गाड़ी से एक पिस्टल, एक देशी कट्टा, 11 कारतूस व दो मैगज़ीन बरामद की। इंस्पेक्टर श्रीभगवान यादव ने बताया कि पकड़े गए चारों लुटेरे हरियाणा के महेन्द्रगढ जिला से हैं, जिसमें कृष्ण मलिक गिरोह का सरगना है। कृष्ण पर लूट व डकैती के 17 मामले दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि ये लुटेरे राजस्थान निवासी 4-5 अन्य लुटेरों के साथ मिलकर लूट करते थे। जिसमें लूट की ज़्यादातर वारदातें राजस्थान की हैं। उन्होंने बताया कि पंचावा से लूटी गई एक करोड़ रुपये की ज्वैलरी को इन्होंने लखनऊ व हरिद्वार में बेचा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस को सूचना दे दी है। अब राजस्थान व भिवानी पुलिस इन लुटेरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी और अन्य लुटेरों को भी गिरफ़्तार किया जाएगा।