पलवल में नगर परिषद की दुकान आवंटित कराने के नाम पर अधिकारियों व कर्मचारियों ने एक व्यक्ति से फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी कर ली। व्यक्ति से 4 लाख 58 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई। शहर थाना पुलिस ने मामले में नगर परिषद के जेई सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अभी तक मामले में किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया।
शहर थाना प्रभारी अनूप सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कानून गोयन मोहल्ला निवासी मुकेश कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई है कि वह नगर परिषद पलवल के कार्यालय में अपने प्लाट की एनडीसी कटवाने के लिए गया था। वहां पर उसकी मुलाकात नगर परिषद के कर्मचारी आजाद से हुई। जोकि उसका पड़ोसी भी है। आजाद ने उससे कहा कि वह उसे नगर परिषद पलवल से दो दुकाने मीनार गेट पर उचित रेट पर दिलवा सकता है।
इसके बाद नगर परिषद कार्यालय में 19 मई को आजाद ने उसके सामने ही जेई राशिद से दुकानों की आवंटन कराने के बारे में बातचीत की और उसे घर पर बुला लिया। आजाद के पिता राजपाल ने एक लाख रुपये उसी समय ले लिए। इसके बाद 25 हजार रुपये नगद भी दिए गए। इसके बाद उसने आजाद और राशिद जून तो बताएं बैंक खातों में 2 लाख 88 हजार रुपये डाल दिए। बीपी 2 जून को 45 हजार रुपये नगद पलवल नगर परिषद कार्यालय में कर्मचारी विनोद, बृजेश व आजाद को दिए। आजाद ने नगर परिषद पलवल की बुक से उसे दो रसीद काटकर दी।
साथ ही एक लेटर कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद पलवल की मोहर और साइन किए हुए उसे दिया। उसने कार्यालय में मौजूद अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछा। तो उसे पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है। शहर थाना पुलिस ने मामले में शिकायत के आधार पर जेई राशिद, आजाद, राजपाल, विनोद, बृजेश, नवीन पर केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।