हरियाणा नोर्कोटिक कंट्रोल ब्यूरो के इंस्पेक्टर सतपाल ने बताया कि विभाग के पास सूचना थी कि गांव रसूलपर में गुलावद मोड पर दिक्षा नामक मेडिकल स्टोर है। जहां गर्भपात व नशे की दवाईयां बंची जाती हैं। सूचना के आधार पर स्टोर पर छापेमारी की गई। लेकिन मेडिकल स्टोर पर कुछ नहीं मिला। किसी ने बताया कि संचालक इस तरह की दवाईयों को मेडिकल स्टोर पर ना रखकर अपनी बेगनआर गाडी में रखता है। वह गाडी को स्टोर से कुछ दूरी पर रखता है।
टीम जांच करती हुई गाडी के पास पहुँची और तलाशी शुरू की गई। तलाशी के दौरान टीम को गाडी से 75 गर्भपात की किट, 103 ट्रामाडोल इंजेक्शन, अल्ट्रोजोलम की 2460 गोलियां, पेंटा जोसिम की 174 इंजेक्शन, 180 लोराबीपाम, 600 लोपरामाईड के केप्शल बरामद किए। ये सभी दवाई नशे के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। ड्रग कंट्रोल विभाग व हरियाणा नोर्कोटिक कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने इस नशे की खेप को पकडा है।
उन्होंने कहा जिले में नशे का व्यापार बरदास्त नहीं है। अगर कोई मेडिकल स्टोर संचालक इस तरह की हरकत करता है। तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा नोर्कोटिक कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने एएसआई महेंद्र के नेतृत्व में कार्य किया। आरोपी की पहचान गांव जलाहका निवासी हरीसिंह के तौर पर की गई है। जिसके खिलाफ चांदहट थाना पुलिस को शिकायत देकर आरोपी को गिरफ्तार करवा दिया है और उसके मेडिकल स्टोर को सील कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।