आजादी के 75वें अमृत महोत्सव को शानदार तरीके से मनाने के लिए हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने भाजपा कार्यकर्ताओं को रविवार अम्बाला छावनी के बीपीएस प्लेनेटोरियम में संबोधित किया।
श्री विज ने कहा कि अमृत महोत्सव को जोरदार तरीके से मनाया जाए और स्वतंत्रता दिवस के दिन अम्बाला छावनी के लगभग एक लाख घरों पर तिरंगा लहराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अमृत महोत्सव को मनाने के लिए पूरा खाका तैयार किया है और हम सभी को उसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना है। 11 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा कैपिटल चौक से आरंभ होकर अग्रवाल धर्मशाला पर समाप्त होगी। यात्रा में हर व्यक्ति के हाथ में तिरंगा होगा। इसी तरह 12 और 13 अगस्त को हर वार्ड में राष्ट्रभक्ति के गीत गाते हुए प्रभात-फेरियों का आयोजन किया जाए। श्री विज ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि तिरंगा यात्रा और प्रभात-फेरी में कार्यकर्ता केवल तिरंगे को साथ लेकर ही चले।
उन्होंने कहा कि 14 अगस्त को हमारे देश पर विभाजन रूपी बहुत बड़ा घाव है जिसमें 10 लाख के लगभग लोग शहीद हुए और विभाजन विभिषिका के लिए मौन जुलूस निकाला जाएगा जोकि अग्रवाल धर्मशाला से आरंभ होकर अग्रवाल धर्मशाला पर ही समाप्त होगा। यह मौन जुलूस निकाला जाएगा और कई बार जो शब्दों से नहीं कहा जाता वह मौन होकर कहा जा सकता है। जुलूस में विभाजन की विभिषिका झेलने वाले लोगों को भी सम्मानपूर्वक शामिल किया जाए। 15 अगस्त को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पूरी ताकत के साथ तिरंगे को फहराया जाएगा।
इस अवसर पर मंच भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश बतौरा, मंडल अध्यक्ष किरणपाल चौहान, अजय पराशर सहित, ललित चौधरी, ओम सहगल, बीएस बिंद्रा, ललिता प्रसाद, विजेंद्र चौहान, बलविंद्र सिंह, बलकेश वत्स, जसबीर जस्सी, संजीव सोनी, श्याम सुंदर अरोड़ा, अजय बवेजा, नरेंद्र राणा, राम बाबू यादव, सुरेंद्र बिंद्रा एवं अन्य मौजूद रहे।
राशन डिपुओं और डाकखानों में उपलब्ध होगा तिरंगा : अनिल विज
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हर घर पर तिरंगा लहराने का संकल्प लिया गया है और पूरी ताकत लगाकर हर घर पर तिरंगा फहराया जाए। उन्होंने कहा कि डाकखानों एवं राशन डिपुओं पर भी तिरंगे उपलब्ध है और जितनी संख्या में तिरंगा चाहिए वह उपलब्ध है। 13 अगस्त से 15 अगस्त तक यह अमृत महोत्सव है और हमने हर घर हर दुकान पर तिरंगा लहराना है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं एवं अन्य लोगों से भी आह्वान किया कि वह आजादी के 75वें महोत्सव में शामिल होते हुए तिरंग घर के सबसे ऊंचे स्थान पर लगाएं।