कोरोना काल से पहले के रेलवे के दिन अभी नहीं लौटें हैं। हालांकि एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के अलावा स्पेशल पैसेंजर ट्रेन भी चलाई जा रही हैं, लेकिन न तो अभी ट्रेनों की संख्या पहले जितनी है और न ही किराया सामान्य हुआ है।
दैनिक जागरण में छपी रिपोर्ट के अनुसार अभी भी पैसेंजर ट्रेन का न्यूनतम किराया 30 रुपये है। यही वजह है कि कोरोना काल से पहले के मुकाबले फिलहाल दिल्ली-रोहतक रेलमार्ग पर रोजाना रेलवे को 40 प्रतिशत तक यात्री कम मिल रहे हैं।
साथ ही अब स्टेशनों पर पहले की तरह भीड़ नहीं होती। हालांकि दैनिक यात्रियों के लिए किराया पहले जितना ही है, लेकिन बाकी यात्रियों को तो अभी ज्यादा किराया ही देना पड़ रहा है। ऐसे में यात्री ट्रेन की बजाय दूसरे वाहनों में सफर को ही तवज्जो दे रहे हैं।