स्वर्णकार संघ अंबाला शहर की ओर से अंबाला शहर के सैनी भवन में महासम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार करतार सिंह जी जोड़ा मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए। वहीं इस अवसर पर संघ के राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट गोविंद वर्मा ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। करतार सिंह जोडा ने बताया कि अखिल हरियाणा स्वर्णकार संघ (रजि० नं 189) जोकि अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ रजि०नं 3545 से सम्बन्धित है, के प्रधान स्वर्गीय श्री चिरंजी लाल शीलवंत जी का दो वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो जाने के कारण प्रांतीय प्रधान का पद रिक्त है। जोड़ा ने कहा कि उपरोक्त महासम्मेलन के दौरान सर्वसम्मति से अंबाला शहर से देवेंद्र वर्मा को हरियाणा प्रदेश का प्रांतीय अध्यक्ष जनरल हाउस में नियुक्त करके उनको नियुक्ति पत्र सौंप दिया गया है।
नवनियुक्त हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र वर्मा का हज़ारों स्वर्ण कारों की संख्या की उपस्थिति ने तालियां बजाकर, फूलमालाएं पहनाकर जोरदार स्वागत किया वहीं पर करतार सिंह जोडा की अधक्ष्ता में राष्ट्रिय कार्यकरिणी एवम अखिल पंजाब स्वर्णकार द्वारा एक तलवार व बुके देकर और पुष्पमालाएं पहनाकर उनको सम्मानित किया।
इस अवसर पर नवनियुक प्रदेशाध्यक्ष देविंद्र वर्मा ने करतार सिंह जोड़ा, गोबिंद वर्मा एडवोकेट,राज कुमार गामा, हुकम चंद वर्मा,योगेश शाव्य, डाक्टर छतर सिंह का उपरोक्त नियुक्ति पर उनका व उपस्थित सभी स्वर्णकार सदस्यों का धन्यवाद करते हुए उनको विश्वास दिलवाया कि वो संविधन के दायरे में रहकर सदैव स्वर्णकार संघ के लिए तन मन और धन से सेवा करते रहेंगे।
सरदार करतार सिंह ने बताया कि उपरोक्त नियुक्ति के इलावा राज कुमार गामा, हुकम चंद, योगेश शाव्य व डाक्टर रविन्द्र वर्मा को संघ का सरप्रस्त बनाकर उन सभी को भी नियुक्ति पत्र सौंप दिए गए हैं। जोड़ा ने कहा कि स्वर्णकार संघ प्रधान जोगिंद्र वर्मा जी की अध्यक्षता में आज स्वर्णकार समाज का ये ऐतिहासिक सम्मेलन है और इस सम्मेलन में दूसरे प्रदेशों से एवं हरियाणा प्रदेश के सभी जिलों से हज़ारों स्वर्णकार साथियों ने उपस्थिति दर्ज करवाई है। हरियाणा प्रांत का कोई भी जिला या ब्लॉक ऐसा नहीं था जहां से कोई स्वर्णकार साथी इस सम्मेलन में शामिल ना हुआ हो इसलिए जोगिंद्र वर्मा जी व उनकी अम्बाला शहर की टीम इस सफल अयोजन के लिए बधाई की पात्र है।
सरदार करतार सिंह ने कहा कि सरकार स्वर्णकारों के पीछे पड़ी हुई है, जिसके कारण स्वर्णकारों का काम पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सोने पर पहले ड्यूटी केवल 1% ही हुआ करती थी, जिसके बाद सरकार द्वारा ड्यूटी को बढ़ाकर-बढ़ाकर अब 18.75% प्रतिशत टैक्स के रूप में लगा दिया है। जोड़ा ने कहा कि देशभर में केंद्र सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स स्वर्णकार देते हैं लेकिन फिर भी सरकार उन्हें किसी तरह की सुविधाएं देने को तैयार नही हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में स्वर्णकारों के साथ लूट, डकैती व आगजनी की घटनाएं हुई हैं, लेकिन देश की उन्नति में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले स्वर्णकारों को किसी तरह की मदद नहीं की जाती। करतार सिंह ने कहा कि हर साल विदेशों से सोना आता है और आयातित सोने पर टैक्स लगता है, लेकिन सरकार की नीतियों के कारण उससे ज्यादा सोने की तस्करी होती हैं। जोड़ा ने कहा कि यदि सरकार सोने से टैक्स को कम करती है तो निश्चित तौर पर यह तस्करी कम हो सकती है और सरकार का रवैन्यू और भी ज्यादा बढ़ जाएगा।